चाची भतीजे की चुदाई भारी कहानी • Kamukta Sex Stories

चाची भतीजे की चुदाई भारी कहानी

हेलो दोस्तो ये मेरी पहले सेक्स स्टोरी है इस साइट पे मई इस साइट का बहुत बड़ा फन हू इस साइट की अनेको कहानिया पड़ी है. पहली बात मेरा नाम गौतम है मई बिहार का रहने वाला हू. बाहर से सीधा साधा हू लेकिन अंदर से बहुत ही हरामी हू.

मेरे दिमाग़ मे सिर्फ़ सेक्स का ही बहुत सॉवॅर रहता है किसी को भी लर्की को देखूं तो उसे छोड़ने का मॅन करता है.

ये कहानी मेरे और मेरी चाची के बीच हुए रिलेशन्षिप के बारे मे है. इस मे आप पढ़िएगा किसे मैने उनकी बेटी के सॅडी के बाद.

उनको अपने झासे मे फसाया और कैसे उनके जिस्म के मज़े लिए. जो अभी तक जारी है और आयेज भी चलेगा.

हुआ ये था 1 साल पहले आंटी की बेटी जिसके साथ मई रोज सेक्स करता था. जो बाद मे बतौँगा. सॅडी के बाद मई अकेला फील कर रहा था और मूठ मार कर काम चला रहा था.

मेरा घर जॉइंट फॅमिली का है पापा मेरे 4 भाई है सबका ग्राउंड फ्लोर मे दो-2 रूम है किचन भी है. दो अंकल अब अपना अलग घर बना कर उसमे रहते है. जिससे अब घर मे मई पापा, मा, अंकल और आंटी रहते है.

अंकल की सिर्फ़ 3 बेटी ही है बस. उनका किराना का दुकान है तो वो दिन भर दुकान पे ही रहते है मेरे पापा भी उनके साथ दुकान पे रहते है.

और रात मे दोनो साथ मे घर आते है रात के 11 बजे पहले अंकल जी सुबह मे 6-6:30 के करीब निकल जाते है फिर पापा है 11:30आम मे तो अंकल जी आते है.

बाकी का डीटेल्स आयेज मिलेगा कों क्या करता है कैसे बाद मे.

अंकल की बेटी के सॅडी के बाद, पल्ी बात मई रात मे अकेले च्चत पे सोता हू.

अंकल का बातरूम उपर है और हुमलोगो का बातरूम निच्चे है दिन मे नहाना होता है या कुछ भी तो आंटी उपर आती ) और रात मे निच्चे ही कर लेती है.

इससे पहले मेरे दिमाग़ मे उनके प्रति कुछ ग़लत विचार ना थे. दीदी के सॅडी के कुछ दिन बाद सुबह सुबह मेरी नींद खुली तो समय 7:44आम हो रहा रहा था उपर वेल बातरूम मे नाल से पानी गिर रहा है.

मैने आयेज बढ़ के खीरकी से देखा तो सयद बातरूम आंटी नहा रही थी. तो मई पिच्चे मूर के बेड जा ही रहा था की बातरूम के गाते के खुलने की आवाज़ आई तो मई फिर खीरकी से झाक के देखा.

देखते ही मई देखते रह गया सामने आंटी सिर्फ़ ब्रा और साया मे थी उनका पूरा दूधीला पेट दिख रहा था 36 के बड़े बड़े बूब्स ब्रा के अंदर थे पूरा क्लवेस दिख रहा था.

पहली बार मैने उनको ऐसे देखा था मेरा नियत खराब हो गया उनके प्रति. फिर उन्होने ब्लाउस पहना और सारी पहना और अपने कापरे धूप मे रख के निच्चे चली गयी मेरी आँख की नींद गायब हो गई थी.

मई उनके जाते ही बाहर निकला और पहली बार उनके ब्रा को हाट मे लेके सूंघने लगा उनके बदन की खुसबु आ रही थी. उनके बदन की खुसबु मुझे मोहित कर रही थी मेरा लॅंड जो पहले से खरा था उसमे ब्रा को रगर्ने लगा मुझसे रहा नही गया.

और अपने बदन की गर्मी ब्रा पे उतार दी और जैसे लटका के रखी वैसे ही रख दिया और जाफिर सो गया.

पूरा दिन ऐसे ही निकल गया साम को दोस्तो के गॅप सॅप करने निकला. हम लोग खूब मस्ती धमाल किए क्यूकी दोस्त के दोस्त का बर्तडे था उसी मे 10:30पीयेम हो गया.

रात को आते अपने रूम मे जा कर सो गया मा ने पुचछा खाने को. तो मई बोला खा के आया हू और सीधा अपने रूम मे चला गया.

आंटी की बेटी उसका फोन आया उससे बात हुई बातो मई उसके उदासी थी थी मैने पुचछा क्या बात है. तो बात टलने लगी मैने अपना कसम दिया तो बताने को राज़ी हुई.

मई:- हा बोलो!

आंटी की बेटी:- उसका तुम्हारे जैसा नही है.

मई:- क्या तुम्हारे जैसा ना है. खुल के बोलो ना मेरे और तुम्हारे बीच मे कुछ च्छूपा थोरे ना है.

दीदी:- अरे बुढ़ू मेरी सेक्स लाइफ बेकार हो गई है, उनका लंड तुमसे बहुत छ्होटा है.

मई:- श तो आयेज क्या?

दीदी:- क्या क्या अब तो मई तुम्हारे बच्चे की मा बनूँगी.

मई:- क्या ये ग़लत है मेरा बच्चा अपनी कोका मे लॉगी तो क्या कहेंगे लोग?

दीदी:- सॅडी से पहले मेरे जिस्म के साथ खेले तो उस समय तुम्हे लोगो की चिंता नही थी.

मई:- उस समय तुम डॉवा खा लेती थी तो दिक्कत नही था.

दीदी:- मई कुछ नही जानती मई तुम्हारे बिना पागल हो रही हू.

मई:- मई भी हाट से काम चला रहा हू आपके बिना. ठीक है आप आईएगा तो बात किया जाएगा गुड नाइट लोवे योउ.

दीदी:- अच्छा ठीक है गुड नाइट थॅंक्स बात करने के लिए.

फोन कट करते ही मई लेता, मेरी आँख कब लग गई पता ही नही चला.

आयेज की कहानी मई अगले पार्ट मे बतौँगा.

अपना फीडबॅक ज़रूर दीजिए. गुड नाइट एवेरिवन ब्रदर्स आंड सिस्टर्स.  [email protected]