मम्मी पापा के मजे और लाइव चुदाई • Kamukta Sex Stories

मम्मी पापा के मजे और लाइव चुदाई

देसी लाइव सेक्स का मजा मैंने खूब लिया अपने माँ बाप को चुदाई करते देख कर! एक दिन मैंने दिन में ही उन दोनों को पूरे नंगे होकर घर में घूमते देखा और चुदाई करते देखा.

मेरा नाम राजीव है.
आज मैं आपको अपनी इस सेक्स कहानी के माध्यम से बता रहा हूँ कि मैंने किस तरह से मम्मी और पापा का सेक्स देखा और मजा लिया.

मेरी मम्मी बहुत ही बड़ी चुदक्कड़ हैं.
उनके मोटे मोटे दूध और बड़ी सी मुलायम गांड है, जिसको देखकर किसी का भी मन उन्हें चोदने को करने लगे.

मम्मी को रोज लंड चाहिए होता है और जब उन्हें लंड नहीं मिलता … तो वे अपनी चूत में उंगली करती हैं और फिंगरिंग करके संतुष्ट होती हैं.

मैंने बहुत बार देखा है कि मम्मी फिंगरिंग कर रही हैं, वह भी पूरी तरह से नंगी होकर.

पापा हमेशा घर में नहीं रहते थे, वे बाहर काम करते थे और महीने में 10-15 दिन के लिए ही घर आते थे.
इन्हीं दिनों में वे मम्मी की बहुत चुदाई करते हैं.

पापा का औजार भी लंबा मोटा और काला है … जिसके कारण से मम्मी को पापा से चुदाई करवाने में और भी ज्यादा मजा आता है.
जब मैं कम उम्र का था, तभी से मम्मी और पापा का सेक्स देख रहा हूं.
लेकिन उस वक्त मैं यह नहीं समझ पाता था कि यह लोग क्या कर रहे हैं.

मम्मी और पापा बचपन से ही मेरे बगल में लेट कर सेक्स करते आए हैं.
दोनों हमेशा रात में नंगे ही सोते हैं. अब वे दोनों एक अलग कमरे में लेटते हैं.

पहले मैं देसी लाइव सेक्स में देखता रहता था कि मम्मी कुतिया बन जाया करती थीं और पापा पीछे से उनके ऊपर चढ़ जाया करते थे.

कभी मम्मी लेट जाती थीं और पापा मम्मी के ऊपर बैठ जाते थे. कभी पापा लेट जाते और मम्मी उनके ऊपर बैठ जाती थीं.

लेकिन मैं यह नहीं समझ पाता था कि यह लोग क्या कर रहे हैं.
जब मैं बड़ी क्लास में आया, तब मैंने एक दिन महसूस किया कि देर रात को कोई किस कर रहा है.

मैंने आंखें खोलीं और ध्यान से देखा, तो मेरे बगल में मम्मी और पापा एक दूसरे को किस कर रहे थे.
मम्मी ने केवल ब्रा पहनी हुई थी और पापा पूरी तरह से नंगे थे.

मैं यह सोच कर देखता रहा कि अब वे दोनों सेक्स करेंगे क्योंकि मैं पहले भी उन्हें चुदाई करते हुए देखते आया था.
इसलिए मुझे यह पता चल गया था कि पक्का ये दोनों सेक्स करने जा रहे हैं.

अब तक मुझे भी थोड़ा बहुत सेक्स के बारे में समझ आने लगा था.
मैं अपनी आंखों को हल्का सा खोल कर लेटा रहा और उन दोनों को देखता रहा.

मैंने देखा कि कुछ देर किस करने के बाद पापा मम्मी की ब्रा के ऊपर से ही दूध दबाने लगे.
मम्मी आह आह करने लगीं और बोलीं- जरा रुको. मैं इसे हटा देती हूँ.

तब मम्मी ने धीरे से अपनी ब्रा को मम्मों से ऊपर किया और पापा ने हाथ पीछे डाल कर उनकी ब्रा का हुक खोल दिया.

अगले ही पल मम्मी की ब्रा अलग हो गई और अब मेरी मम्मी पूरी तरह से नंगी थीं.
वे दोनों फिर से किस करने लगे.

धीरे-धीरे पापा मम्मी की टांगों तक पहुंच गए और उनकी चूत में उंगली करने लगे.

मम्मी को अपनी चूत में उंगली करवाने से मजा आने लगा और वे मदहोश कर देने वाली आवाज निकालने लगीं.

उन दोनों को मेरा कोई ध्यान ही नहीं था.
शायद उन्हें लगता था कि मैं अभी भी कुछ नहीं जानता हूं और बस बगल में लेटा हुआ हूँ.

पर उन्हें यह नहीं पता था कि मैं सब समझने लगा हूँ और चुदाई की समझ रखने लगा हूँ.

यदि वे मुझे ध्यान से देखते तो उन्हें मेरा खड़ा होता लंड देख कर समझ आ जाता कि उनका बेटा लाइव ब्लू फिल्म के मजे ले रहा है.

अब पापा की जीभ मम्मी की चूत में अन्दर तक पहुंच गई थी.
पापा मम्मी की चूत चाटने लगे थे.

चूत चटवाने से मम्मी को बेहद मजा आने लगा था और वे अपनी टांगें खोल कर पापा को पूरी चूत चाटने दे रही थीं.

साथ ही मम्मी सेक्सी आवाजें निकालने लगी थीं और अपने एक हाथ से पापा का सर अपनी चूत पर दबाती हुई चूत चटवाने का मजा ले रही थीं.

‘आह चाट ले भोसड़ी के … आह कितनी अन्दर तक जीभ पेल रहा है आह. आह चाटो और जोर से चाटो … खा जाओ मेरी चूत को.’
पापा बिना कुछ बोले किसी कुत्ते की तरह मम्मी की चूत को चूस चाट रहे थे.

थोड़ी देर बाद मम्मी उठ गईं और पापा लेट गए.
अब पापा का लंड मम्मी के मुँह में था.

मम्मी एक रंडी की तरह पापा का लौड़ा चूसने लगीं.
पापा का काला मोटा और लंबा लंड मम्मी की लार से गीला होकर चमकने लगा.

मम्मी ने पापा के लौड़े को खूब चूसा और उनके गोटों को भी चाट चाट कर पापा को मस्त कर दिया.
अब उन दोनों के बीच चुदाई की बारी थी.

पापा उठ गए और मम्मी को लिटा कर उनकी दोनों टांगों को ऊपर उठा कर एक बार फिर से अपनी जीभ से मम्मी के छेद को गीला करने लगे.

इस बार उन्होंने अपना लंड मम्मी की चूत में टिका दिया और अन्दर घुसा देने के लिए तैयार हो गए.
पापा ने मम्मी को देखा और होंठ गोल करके चुंबन का इशारा किया.
मम्मी ने भी नीचे से उन्हें देख कर आंख मार दी.

बस फिर क्या था … पापा ने अपना लंड चूत में पेल दिया और उनके बीच सेक्स आरम्भ हो गया.

पापा मम्मी की चूची पकड़ कर दबाते हुए उन्हें चोद रहे थे और मम्मी मदहोश कर देने वाली आवाजें निकाल रही थीं.

उनकी गालियों भरी आवाज सुनकर पापा के अन्दर जोश और ज्यादा आता जा रहा था.

पापा मम्मी के दूध दबाते हुए सेक्स किए जा रहे थे और बीच-बीच में दोनों एक दूसरे को चूमने भी लगते थे.

मम्मी कह रही थीं- थोड़ा धीरे धीरे चोदो राजा … बगल में राजीव सोया है. कहीं जाग ना जाए. कल दिन में मन की कर लेना, जब यह घर में नहीं होगा, खेलने चला जाएगा … तब मजे से करेंगे. फिर देखना मैं कितना खिलाऊंगी तुम्हें!

पापा कहने लगे- जिसके पास तेरी जैसी औरत हो, वह धीरे-धीरे क्यों सेक्स करेगा … साली कुतिया … वह तो पूरे मजे लेगा … आह तेरे क्या दूध हैं रानी और तेरी क्या गांड है … मैं तो हमेशा तेरे बारे में भी सोचता रहता हूं.
मम्मी बोलीं- मान जाओ यार.

पापा- चल अच्छा ठीक है, बस एक बार कुतिया वाली चुदाई और कर लेते हैं, उसके बाद सो जाएंगे. फिर बाकी का मजा कल करेंगे.

इसके बाद मम्मी तुरंत कुतिया बन गईं.
पापा ने अपना लंड मम्मी की चूत के अन्दर पेल दिया और उन दोनों में डॉगी स्टाइल वाला सेक्स शुरू हो गया.

पापा ने मम्मी के ऊपर चढ़ कर उनके बाल पकड़ लिए और धकापेल सेक्स चालू हो गया.
वे मम्मी को चोदते समय उनकी गांड को भी अपनी हथेलियों से दबाने लगे.

कभी-कभी वे धीरे से मम्मी के एक चूतड़ में थप्पड़ भी मार देते थे.
मुझको उन दोनों की आवाजें पूरी तरह से साफ साफ सुनाई दे रही थीं.

थप्पड़ खाते ही मम्मी को कुछ अलग ही मजा आने लगता था.
वैसे भी मम्मी की गांड बहुत मुलायम है, कोई भी उन्हें चोदेगा तो वह उनकी गांड को दबाए बिना नहीं रह सकता.

मैंने सोचा कि असली चुदाई देखना है तो मुझे कल देखना होगा.
इसलिए मैं कल का इंतजार करने लगा.

इसके बाद मम्मी और पापा की चुदाई खत्म हो गई और वे दोनों सो गए.
मैं भी सो गया.

अगले दिन जब मैं खेलने जा रहा था, तब मैं चुपचाप दूसरे के घर से अपने घर में आकर छुप गया.

मुझे पता था कि मेरे जाते ही दोनों शुरू हो जाएंगे.
मैं चुपचाप खिड़की के पास खड़े होकर देखने लगा.

उस दिन मैंने जो देसी लाइव सेक्स देखा मुझे मजा ही आ गया.

जिस तरह मम्मी और पापा ने सेक्स किया, मैंने आज तक उनका उस तरह का सेक्स नहीं देखा था.
इससे पहले मैंने जो भी देखा था, वह रात को ही देखा था इसलिए ज्यादा साफ नहीं देख पाया था.

वे लोग मेरे पास में लेटे होने के कारण ज्यादा खुलकर भी सेक्स नहीं करते थे.
लेकिन आज मैं दिन में देख रहा था, वे भी पूरा खुल कर खेल रहे थे.

मैंने देखा कि पापा केवल चड्डी पहन कर कमरे के अन्दर घुस गए.
अन्दर आते ही उन्होंने अपनी चड्डी भी उतार दी और नंगे होकर अपने औजार को सहलाते हुए उसे खड़ा करने लगे.

लगभग 5 मिनट बाद मम्मी भी आ गईं और वह भी कमरे में घुस गईं.

मम्मी भी अन्दर आते ही पूरी नंगी हो गईं.

पापा ने कहा- जल्दी से आ जा … आज तो मजा आ जाएगा.
मम्मी ने कहा- क्यों रोज मजा नहीं आता क्या … जो आज आएगा!

पापा ने कहा- तेरे साथ तो हमेशा ही मजा आता है. मैं तो धन्य हो गया तुझ जैसी औरत को पाकर. तू ही तो मेरे लंबे काले लंड की प्यास बुझाती रहती है.
मम्मी हंस कर बोलीं- मैं भी तो कितनी भाग्यशाली हूं, जो इतना तगड़ा लंड मिला मुझे. ये मूसल मेरी चूत की प्यास बुझा देता है और तुम्हारे जैसा मर्द मिला है, जो मुझे हर तरह से चुदाई में सुख देता है.

इतना कहते ही मम्मी पापा के लंड को चूसने लगीं.

पापा का लौड़ा पहले से ही थोड़ा सा खड़ा रहा था, पर जैसे ही मम्मी का हाथ लौड़े पर लगा, वैसे ही वह और भी मजबूत हो गया.

उधर मम्मी रंडी की तरह पापा के लंड को चूस रही थी और पापा अपने हाथ से मम्मी की गांड को दबा रहे थे.

मम्मी की गांड गुब्बारे के जैसी इतनी मुलायम कि मुझे भी दबाने का मन कर रहा था.
लेकिन मैं नहीं कर सकता था.

मम्मी के दूध मस्त लटक रहे थे.
वैसे भी मम्मी की चूचियां बहुत बड़ी हैं और पापा के साथ सेक्स करते करते और भी मोटी व बड़ी हो गई हैं.

पापा भी मम्मी की चूत में उंगली कर रहे थे.

वे दोनों सूने घर में बिंदास होकर चुदाई का मजा ले रहे थे.
उन्हें इस बात का अहसास ही नहीं था कि उनका लौंडा उनकी चुदाई देख रहा है.

अब मम्मी लेट गईं और पापा चूत चाटने लगे.
मम्मी मदहोश कर देने वाली सेक्सी आवाजें निकाल रही थीं जिनको सुनकर पापा को और भी जोश आ रहा था.

उन दोनों को देखकर मेरा भी हथियार खड़ा हो गया.
मैंने लंड सहलाना शुरू कर दिया था.

मुझे ऐसा लग रहा था अभी जाकर मम्मी की चुदाई कर दूँ लेकिन यह असंभव था.

मम्मी इस बार जल्दी ही अपनी चूत को पापा के मुँह से हटा कर कुतिया बन गईं और गांड हिलाते हुए चुदवाने के लिए रेडी हो गईं.
इस बार जब वह कुतिया बनी, तो ऐसा लग रहा था जैसे कोई सड़क छाप रांड खड़ी हो.

पापा ने चुदाई शुरू करने से पहले मम्मी के चूतड़ों में तीन चार थप्पड़ लगाए, इससे पूरे कमरे में आवाज गूंजने लगी.

उसके बाद पापा ने लंड चूत में पेल दिया और चुदाई का खेल शुरू हो गया.

पापा कल रात की अपेक्षा आज बहुत तेज तेज चुदाई कर रहे थे.
मम्मी भी पूरा मजा ले रही थी और मदहोश कर देने वाली आवाजें निकाल रही थीं.

पापा भी जोशीले होते जा रहे थे और तेज तेज झटके मारने लगते थे.
चुदाई के साथ साथ दोनों किस भी कर रहे थे ताकि उनका जोश बना रहे.

पापा मम्मी की गांड में थप्पड़ भी मार रहे थे.
उन थप्पड़ों की आवाज कमरे के बाहर तक सुनाई दे रही थी.

फिर पापा मम्मी के बाल खींचते हुए झटके लगाने लगे थे और वे एक हाथ से मम्मी के दूध भी दबा रहे थे.

कभी हाथ दूध से हटा कर मम्मी की गांड में थप्पड़ भी मार रहे थे.
इस तरह उनका सेक्स 5 मिनट तक चला.

फिर थोड़ी देर के लिए दोनों लेट गए और किस करने लगे.

तब एक बार फिर उनके अन्दर जोश आ गया.

दोनों एक दूसरे से चिपक कर किस कर रहे थे और पापा दूध भी दबा रहे थे.

मम्मी के दूध दबाने से पापा के अन्दर जोश बढ़ रहा था और रोमांस में मजा आने लगा था.

कुछ मिनट के बाद जब दोनों का जोश वापस बढ़ गया तो इस बार पापा लेट गए और मम्मी पापा के खड़े लंड के ऊपर बैठ गईं.

मम्मी ने अपना मुँह पापा के मुँह की ओर झुका लिया और अपने हाथ से अपनी गांड में थप्पड़ मारने लगीं.

उसके बाद पापा ने भी कमर उठा कर सेक्स शुरू कर दिया और तेज झटके लगाने शुरू कर दिए.

पापा अब बहुत तेजी तेजी झटके लगा रहे थे और मम्मी भी मदहोश कर देने वाली आवाजों के साथ अपनी गांड उठा उठा कर लंड पर पटक रही थीं.

इससे पापा को और भी जोश आ रहा था और वे मम्मी के दूध पकड़ कर मरोड़ रहे थे.

मम्मी की आह आह की आवाजें मुझे भी उत्तेजित करने लगी थीं.

मैं खिड़की से सब देख रहा था.
मम्मी की गांड मेरी तरफ ही थी. तो मुझे मम्मी की गांड का भूरा छेद भी दिख रहा था जो मिचमिचा रहा था.
उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि अभी जाकर मैं इनकी गांड में लंड पेल दूँ.

उस दिन से मैंने यह सोचना शुरू कर दिया कि किस तरह से मैं अपनी मम्मी को चोद दूँ.

थोड़ी देर में मैंने देखा कि पापा का पानी गिर गया था और मम्मी भी अब तक कई बार झड़ चुकी थीं.
इसका मतलब अब इनके बीच सेक्स खत्म हो गया है.

मैं फिर भी वहां खड़ा रहा और देखता रहा कि अब क्या होगा.

इसके बाद जब दोनों पूरी तरह से सेक्स कर चुके और पापा का सामान फिर से ढीला हो गया तो वे दोनों नीचे जाने लगे.

कमाल की बात यह थी कि वे दोनों बिना कपड़ों के ही नीचे चले गए.

इस तरह से मैंने मम्मी और पापा को मजा लेते हुए देखा.
इसके बाद भी मैंने बहुत बार दोनों को सेक्स करते हुए देखा है और मैंने भी बहुत बार मम्मी को चोदने का प्लान बनाया.

मेरे उस प्लान का क्या हुआ, वह सब मैं आपको अपनी आने वाली कहानी में बताऊंगा.

तो सभी लोग जो अपने मम्मी और पापा के सेक्स का मजा लेते हैं और लेना चाहते हैं, वे कमेंट्स करें कि उन्हें मेरी देसी लाइव सेक्स का मजा कहानी कैसी लगी.