मेरे चूत मे आग लगी थी बेटे ने बुझाई • Kamukta Sex Stories

मेरे चूत मे आग लगी थी बेटे ने बुझाई

मेरे चुत मे आग लगी बेटे ने बुज़ाई एक सच्ची कहानी मैं गधि थी ना मेरा बेटा गधा था आक्सिडेंट से हुवा संडे था मैं नहा के सिर्फ़ टॉवेल मे अपने बेड रूम मे आई
मिरररके सामने खड़ी होके टॉवेल से बदन पोछने लगी तो देखा चुत पर बहोत बाल आए थे मैने सोचा साफ करू मैने शेविंग क्रीम, रेज़र लिया बेड पर टॉवेल डाला मैं पूरी नंगी थी पैर पसारके शेविंग क्रीम लगाके रेज़र्से बाल साफ करने लगी की अचानक रेज़र लगा और खून की पिचकारी उड़ी मैं चिल्लाई बाद मे क्या हुवा बेटेसे सुनिए

पापा कल सुबह 9 बजे आनेवाले थे संडे था अचानक मा की चिल्लाने की आवाज़ आई मैं दौड़ के मा के कमरे मे गया जोरेसे दरवाज़ा खोला देखा मा बेड पर करीब करीब नंगी पैर पसारे लेटी थी उसकी चुत खून से भरी थी मा कारररा रही थी अहहहहा मैं झट से दवा और रूई लेके आया और चुत पोछने लगा खून चुत सॉफ हुवी पर जाँघ और चुत के बिचसे खून बह रहा था मैने दवा लगाई और थोड़ी मालिश करने से मा को अछा लगा मा नंगी होके रेज़र से चुत के उपर के बाल साफ कर रही थी भूल से रेज़र जाँघो पर लगा और खून बहने लगा जिससे मा डर गयी थी आधा साइड का शेविंग हुवा था आधा बाकी था मैं मा को बोला मैं करता हू मा ना ना करने लगी आख़िर मान गयी मैने रेज़र्से सारे बाल निकाले और क्रीम लगाने लगा

अब तक मुझ मे कुछ भी गंदी भावना नही जागी थी पर जैसा ही मा की चुत पर क्रीम लगाने लगा तो गोरी गोरी मा की फूल जैसी चुत पर हाथ घुमाने लगा तो मूह मे पानी आया ऐसा लगा चुसू लंड भी टाइट होने लगा था मा बोली बस कर जा लेकिन जिंदग़िमे पहली बार ऐसी चुत देखी गोरा नंगा बदन गोरी मोटी जांघे और लबलबती चुत देखके मुझसे रहा नही गया मैं झट से नीचे झुका और मा की चुत चाटने लगा तो मा ने मेरे बाल पकड़े मुझे लात मारने लगी मेरा सर हटाने लगी गाली देने लगी मेरी जैसेही चुतमे जीभ गयी ओह नमकीन स्वाद से मैं बेकाबू हुवा जल्दी जल्दी जोरेसे चाट के रस पीने लगा मा मुझे मारने लगी मैने पूरा मूह चुत मे दबाया क्या मस्त मा की चुत का रस था जीभ चुत के अंदर घुमाने लगा मा मुझे मारने लगी मैं ज़बरदस्ती करने लगा

अब मा ने हाथ हटाया मैं कस कसाके मा की चुत का रस पीने लगा और छुप छुपके मा को देखने लगा मा भी मुझे देख रही थी बोली बेटा बस कर क्या कर रहा है और मेरे माथे पर हाथ घुमाने लगी मैं तो इतना पागल हुवा था की दिन रात चूस्ता राहु ऐसा लगाने लगा अब मा भी हाहहहः हाहहहहा करने लगी और आहिस्ते आहिस्ते मेरा माथा और चुत पर दबाने लगी मैने देखा मा मुझे देख रही थी मैं आहिस्ते नीचे हाथ डाला और लंड को बाहर निकाला लंड एकदम खड़ा हुवा था और मा को देखने लगा मा ने आँखे बंद की थी

मैने झट से चुत पर से मूह निकाला और और झटकेसे मा की चुतमे लवाड़ा डाला बेटे बेटीईई यह क्या कर रहा है हाहहहहहहाः व्हीईईईई ओहोहोहोहो बेटे मुझसे ग़लती हूवीईईईई हाहहहहहहह कितना बड़ा हुवा हैरे तू हहहा मुझसे ग़लती हुवी अहहहहहः बेटा कितना मोटा है रे तेरा अहहहहहहः मैं दनंदनंदनंदना शॉट मारते मारते चिल्लाने लगा माआआ माआआआ क्या मस्त चुत है रे तेरी सॉरी माआ मैं कंट्रोल नही कर पाया पर मुझे बहोत अछा लग रहा है हहहा मुझे भी बेटा हहहहहहहहा व्हीईईईईई मा अछा लग रहा है ना, हा बेटे कई सालो बाद ऐसा कड़क लंड मिला है तेरे पापा का तो बहोत छोटा और नरम है मैं धक्के पर धक्का मारता रहा यह मेरी पहली चुदाई थी जल्दी पानी निकलने वाला नही था अब मा भी नीचेसे फुदकने लगी और मेरे हाथ खिचके बूब्स पर दबाने लगी और मैं रफ़्तारसे मा को चोदने लगा और जैसा ही सारा माल निकल गया मा ने मुझे कसाके दबाके पकड़ा अब हमे पछ्याताप होने लगा मैं बोला सॉरी, मा बोली तेरा क्या दोष तू कंट्रोल नही कर पाया और हम एक दूसरेको चूमने लगे मैं बोला मा

और एक बार प्लीज़ मा बोली क्या पागल हुवा है क्या मैं बोला मा नही करूँगा तो ज़रूर होगा और मैं नीचे उतरा पूरा नंगा हुवा और मा पर चढ़ा और बूब्स चूसने लगा सारा बदन चूसने लगा मा को दबाने लगा मा ने भी मेरा लंड को मुठ्ठी दबाके पकड़ा था मैं मा के मूह मे लंड देने लगा वो ना ना करके आख़िर मा ने मूह मे लंड लिया और चूसने लगी मुझे देखने लगी मुझे दबाने लगी मैं पीछे हाथ डालके मा की चुतमे उंगलिया डालने लगा अब मा भी बेकाबू हुवी थी उसने मुहसे लंड निकाला और बोली चोद बेटे चोद अब मुझसेभी रहा नही जाता चोद मा कितनी मस्त हैरे तू और मैने मा की चुतमे लंड डाला मा चिल्लाने लगी हाहहहहाहा बेटीईईई हहहहहहहह बेटीईई व्हीईईईईई व्हीईए मैं चिल्लाने लगा माआअ माआआआअ माआआअ हाअ बेटे चोद चोद हाहहहः बेटा अछा किया तूने जबरदुस्ती की

अब मुझे बहोत अछा लग रहा है हहहहहहहा मा मुझे भी मज़ा आराही है चोद बेटा जितना चाहे चोद दिन रात चोद हाहहहहा माआअ माआआआ थपथपथपथपथपथपथपथपथपथपथपथपथपथपथाप व्हीईईईईई ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ फफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ अर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर ओहोहोहोहोो शब्बास बेटे ऐसा आनंद मुझे जिंदग़िमे कभी नही मिलता हहहहहकिटाना कड़ा है रे तेरा लंड चोद चोद माआ माआ और मैने पिचकरी मारी तुर्र्र्ररर तुर्र्ररर तुर्र्र्र्र्ररर और हम शांत हुवे मा मुझे चूमने लगी मैं मा को दबाने लगा हाहहहः मा मुझे और चोदना है मा मुझे देखती रही बोली चोद चोद बेटे जितना चाहे चोद मैं तय्यार हू आज लगता है तेरा हनीमून है जितना चाहे चोद कल सुबह तक और हम ने ना खाया ना सोए और सारा दिन संडे और रातभर मैं मा को चोदता रहा नव बजे पापा आनेवाले थे तब तक हम चोदने वाले थे

करीब बीस घंटे मे मैने मा को तीस बार चोदा लंड शांत होनेका नाम नही ले रहा था और मा की चुत भी गरमा गरम रहती थी सुबहके करीब सात बजे थे मैं मा को ज़ोर ज़ोर्से चोद रहा था की इतने मे पाप अंदर आए भोपाल्की ट्रेन मिस हुवी थी तो वे किसी प्राइवेट कार से आए थे पापा हमारे मा बेटे की चुदाई देखते रहे हम पूरे नंगे पापा को देखते ही मेरा पानी निकल गया हम घबराके उठे पप्पाने मुझे और मा को खूब पिटा हमने सारी सच्चाई बताई उसी दिन पप्पाने मुझे इन्दोर भेजा मैं कभी कभी मम्मी से फोन पर बाते करता आज करीब तीन साल हुवे अब मैं ग्रॅजुयेट भी हुवा हू एक दिन मम्मी को फोन पर बोला क्यू ना हम हमारी कहानी चुदाई की देसी कहानी मे दे मा हसने लगी मैने बोला तू लिखके भेज मा ने थोड़ा लिखा और बोली मुझे शरम आती है तू लिख मैं भेज दूँगी और यह है मेरी चुदाई की कहानी आज मैं भोपाल मे बेटा इन्दोर मे अब हमारे बीच सिर्फ़ मा बेटे का रिश्ता है. कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट्स मे ज़रूर लिखे, ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सके – डीके