डॉक्टर दोस्त और बेटी की चुदाई की कहानी – 2 • Kamukta Sex Stories

डॉक्टर दोस्त और बेटी की चुदाई की कहानी – 2

doc or dost beti chudai kahani थोड़ी ही दिएर बाद मेरी बेटी फिर डिस्चार्ज होगी और सोहैल ने अपना लुंड मेरी बेटी की छूट से निकला और उसको उल्टा करके लिटा दिया. फिर उसने अपना लुंड मेरी बेटी के ऊपर लेट के उसकी गांड मई ग़ुस्सा दिया. इस पोजीशन मई मेरी बेटी की गांड बोहत टाइट होगी थी इस लिए जैसे ही लुंड गांड मई ग़ुस्सा मेरी बेटी के हलक़ से बोहत तेज़ चीख. सोहैल ने मेरी बेटी के चीखने की कोई परवाह नहीं करि और वो तेज़ तेज़ झटके मार कर मेरी बेटी की गांड मारने लगा. बहार खड़े खड़े मेरे लुंड का बुरा हाल होगया था और मैं ने इस दौरान अपनी पंत और अंडरवियर भी उतार दी थी औरर मैं अपने लुंड को बुरी तरह से मसल रहा था और अपनी बेटी की चौड़ाई का पूरा पूरा माज़ा ले रहा था.

१० मिन्तुइस औरर मेरी बेटी की गांड मारने के बाद सोहैल ने अपना लुंड मेरी बेटी की गांड से निकला और बीएड से नीचे उतर कर अपना लुंड मेरी बेटी के मौ मई ग़ुस्सा दिया. मैं समझ गया के अब वो फारिग होने वाला है. उज़्मा ने बेताबी से सोहैल का लुंड चूसना शुरू कर दिया था जैसे वो सोहैल की मणि पीने के लिए बोहत बेताब हो. फिर सोहैल के लुंड ने झटका खाया और उसके मौ से आठ भी निकली तो मैं समझ गया के वो डिस्चार्ज होगया है. उज़्मा ने अपना मौ इस तरह सख्ती के साथ बंद किया होवा था जैसे वो सोहैल की मणि का एक भी कटरा जाया नहीं करना चाहती हो. फिर जब तक उज़्मा ने मणि का आखरी कटरा तक न पी लिया उसने सोहैल का लुंड मौ से नहीं निकला. फिर जब उज़्मा ने सोहैल का लुंड अपने मौ से निकला तो वो मणि से पूरा का पूरा ख़राब हो रहा था. उज़्मा ने अपनी जुबां बहार निकली और उसने जुबां से सोहैल के लुंड को चाटना शुरू कर दिया. फिर उसने चाट चाट कर सोहैल का लुंड एक डैम साफ़ कर दिया.

सोहैल ने बोहत शानदार तरीके से मेरी बेटी को छोड़ा था औरर अब मुझे से बहार नहीं खड़ा रहा गया और मैं ने एक डैम से दरवाज़ा खोला और कमरे के अंदर दाखिल होगया. मुझे अंदर दाखिल होता देख कर सोहैल और उज़्मा दोनों ही परीक्षण होंगे थे. मैं सीधा सोहैल की तरफ गया. सोहैल परिशानी के आलम मई खड़ा था. मैं ने जाते ही सोहैल को अपने सीने से लगा लिया. मेरे रिएक्शन से सोहैल हैरान ही रह गया था. मैं सोहैल की पीठ थप तपता होवा बोलै वह मेरे दोस्त वह किया चौड़ाई करि है तू ने मेरी बेटी की दिल खुश कर दिया तू ने आज मेरा. ये कह कर मैं ने सोहैल को अपने आप से अलग किया तो सोहैल हैरत से बोलै तनवीर किया तुझे मुझ पर ग़ुस्सा नहीं आरहा था. मैं मुस्कराया और बोलै देख ज़रा देख मुझे मेरी पंत उत्तरी होइ है अगर मुझे ग़ुस्सा आरहा होता तो मैं ने अपनी पंत उतारी होइ थी मेरे दोस्त मैं ने पूरी चौड़ाई देखि है और माज़े की वजा से ही मैं ने अपनी पंत उतार दी थी.

उज़्मा भी अभी तक शौक मई थी औरर उसके मौ से अभी तक कुछ भी निकल नहीं पाया था. मैं फिर बोलै शुरू शुरू मैं मुझे ग़ुस्सा आया था पर तू ने ऐसी शानदार चौड़ाई करि मेरी बेटी की के मैं अपना सारा ग़ुस्सा भूल गया और माज़े से अपनी बेटी को छोड़ता होवा देखता रहा. अब की बार सोहैल भी मुस्कराया और बोलै यार मैं तो तुझे देख कर परीक्षण ही होगया था. मैं मुस्करा कर बोलै यार आज तो तू ने मेरा दिल खुश कर दिया है किया डैम है तेरे अंदर यार माज़ा आगया किया छोड़ा है तू ने मेरी बेटी को मेरा तो लुंड ही नहीं बैठा अभी तक. सोहैल भी मुस्कारने लगा और फिर वो उज़्मा से बोलै डार्लिंग अब तो तेरे बाप को भी कोई एतराज़ नहीं है क्यों न अब हम दोनों मिल कर तेरी चौड़ाई करैं? उज़्मा थोड़ी दिएर तक मुझे देखती रही फिर सोहैल से बोली अंकल अगर पापा को एतराज़ नहीं है तो मुझे किया एतराज़ हो सकता है.

सोहैल ने मेरी कमर पर हाथ मारा और बोलै चल होजा तैयार अपनी बेटी को छोड़ने के लिए. मैं मुस्करा कर बोलै यार तू ने तो मेरे दिल की खुवाईश पूरी करदी है ये बोल कर जब तू कुत्तों की तरह उज़्मा को छोड़ रहा था जब ही मेरे दिल मई ये खुवाईश पैदा होगी थी के कभी मैं और तू मिल कर मेरी बेटी को छोड़ सकें. सोहैल हंसा और बोलै चल अब होरही है तेरी खुवाईश पूरी. फिर मैं ने अपना कोट और शर्ट भी उतार दी और पूरा नंगा होगया. मेरा लुंड ८ इंच लम्बा और २.५ इंच मोटा है. उज़्मा ने पसंदीदा नज़रों से मेरे लुंड को देखा फिर मेरे करीब आई और झुक कर मेरे लुंड को अपने मौ मई ले लिया और माज़े माज़े से मेरे लुंड को चूसने लगी. आज तक नजाने कितनी लड़कियों ने मेरे लुंड को चूसा था पर जो माज़ा मुझे मेरी अपनी बेटी दे रही थी वो माज़ा आज तक कोई और लड़की नहीं दे पाई थी. मैं अपनी बेटी की शानदार चौड़ाई देख कर वैसे ही माज़े की आखरी मंज़िल पर था इस लिए थोड़ी ही दिएर मई मैं अपनी बेटी के मौ मई डिस्चार्ज होगया. मेरी बेटी ने मेरे लुंड से निकलने वाली साडी मानी को माज़े से पीया और फिर वो दोबारा से मेरे लुंड को मौ मई ले कर चूसने लगी थोड़ी ही दिएर मई मेरा लुंड पहले की तरह तैयार होगया था. मेरे लुंड को चूसने के बाद उज़्मा ने सोहैल का लुंड भी चूस चूस कर खड़ा किया और फिर हम दोनों उज़्मा को छोड़ने के लिए तैयार होंगे थे.

फिर सोहैल ने उज़्मा को अपनी गौड़ मई उठाया और अपना लुंड उसकी छूट मई दाल दिया. उज़्मा ने अपनी दोनों टांगें सोहैल की कमर के गिर्द कास ली थी और एपीआई बहिन सोहैल के गले मई दाल दी थी. फिर मैं उज़्मा के पीछे आया और अपना लुंड अपनी ही बेटी की गांड मई घुसने लगा. उज़्मा को दर्द होने लगा तो वो आह्हः आअह्ह्ह करने लगी. मैं ने अपनी बेटी के दर्द की कोई परवाह नहीं करि और अपना पूरा लुंड अपनी बेटी की गांड मई ग़ुस्सा ही दिया. फिर थोड़ी दिएर मैं और सोहैल रुके रहे फिर हम दोनों ने एक साथ झटके मारने शुरू कर दिए. अब एक साथ २ लुंड मेरी बेटी की छूट और गांड मई अंदर बहार हो रहे थे. मेरी बेटी को बोहत माज़ा आरहा था और वो ऊऊफफफफफफफफ आह्ह्ह्हह करती होइ खूब सिसकारियां ले रही थी. मैं पहली बार अपनी बेटी को छोड़ रहा था इस लिए मुझे भी बोहत माज़ा आरहा था और मैं खूब तेज़ी के साथ झटके मार कर अपनी बेटी की गांड मार रहा था. झटके सोहैल के भी बोहत तेज़ थे जिस की वजा से उज़्मा के हलक़ से निकलने वाली सिसकारियां तेज़ से तेज़ होती जारही थी.

हम दोनों ने इसी पोसितों मई उज़्मा को २० मिनट्स तक छोड़ा फिर मैं नीचे लेट गया और उज़्मा आकर मेरे ऊपर लेट गयी मैं ने अपना लुंड उज़्मा की छूट मई ग़ुस्सा दिया फिर सोहैल ने आकर पीछे से अपना लुंड उज़्मा की गांड मई डाला और वो उज़्मा के ऊपर सवार हो गया. अब फिर हम दोनों ने तेज़ तेज़ झटके मार कर उज़्मा को छोड़ना शुरू कर दिया और उज़्मा दोबारा से सिसकारियां भरने लगी और अपनी चौड़ाई का पूरा पूरा माज़ा लेने लगी. अभी हमें इस पोजीशन मई झटके मारते हॉवे ५ मिन्तुइस ही गुज़रे होंगे के कमरे का दरवाज़ा एक डैम से खोला और कमरे मई मेरी बीवी मुस्कराती होइ और ये कहती होइ दाखिल होइ सोहैल डार्लिंग आज तो बोहत जोश मई मेरी बेटी को छोड़ रहे होओओओओओओओओ अभी ये जुमला नौरीन के मौ मई ही था के उसकी नज़र मुझ पर पड़ी तो वो हैरत से पागल सी होगी. इस से पहले मैं कुछ बोलता सोहैल ने उज़्मा को छोड़ना बंद किया और उठ कर खड़ा होगया और बोलै भाभी अब कोई फ़िक्र की बात नहीं है आप का शोहर अब बेटी छोड़ भी बन गया है. नौरीन ने सोहैल की बात सुनकर मुझे देखा तो मैं सिर्फ मुस्करा दिया और अपनी बेटी को छोड़ना जारी रखा. सोहैल मुस्कराता होवा मुझ से बोलै यार तनवीर जब तक तू अपनी बेटी को छोड़ रहा है किया मैं तेरी बीवी को छोड़ लून.

मैं हंसा और उसको एक गली दी और बोलै आबय गंडो पहले तू मेरी बीवी को छोड़ने से पहले मुझ से इजाज़त लेता रहा है जो अब ले रहा है. सोहैल हंसा और कहने लगा. यार मैं तो ऐसे ही तेरा दिल रखने के लिए कह रहा था के कभी तो ये न बोले के मेरी बीवी को छोड़ दिया और मुझ से पोछा भी नहीं. मैं भी सोहैल की बात सुनकर हंसा और बोलै भड़वे ज़ियादा बड़छोड़ियाँ न कर और काम कर मेरी बीवी का. सोहैल मेरी बात पर ज़ोर से हंसा और उसने फिर नौरीन के कपड़े उतारने शुरू कर दिए. थोड़ी दिएर मई ही मेरी बीवी भी नंगी होगी थी. सोहैल ने फ़ौरन ही मेरी बीवी को कुत्त्या की तरह खड़ा किया और फिर वो खुद एक कुत्ते की तरह मेरी बीवी पर संवर होगया और उसने कुत्तों की तरह मेरी बीवी को छोड़ना शुरू कर दिया. अब एक तरफ मैं अपनी बेटी को छोड़ रहा था और दूसरी तरह मेरी बीवी मेरे दोस्त से छोड़वा रही थी. मुझे अपनी बेटी को छोड़ने मई इतना माज़ा आरहा था के मैं ने ऑफिस जाना कैंसिल कर दिया और अपनी बेटी को ही छोड़ता रहा.

फिर मैं और सोहैल ने बदल बदल कर शाम काट चौड़ाई करते रहे. मैं तो था ही अयाश मेरी बीवी और बेटी मुझ से भी बड़ी अयाश निकली थी. अब मेरा भी दर नहीं था इस लिए मेरी बीवी और मेरी बेटी खोल कर अपने यारों से छोड़वाने लगी. फिर मैं ने अपने तमाम दोस्तों से अपनी बीवी और बेटी को छोड़वाया. मेरी बेटी उज़्मा चौड़ाई की बोहत भूकी थी इस लिए उसने आज़ादी मिलने पर मोहल्ले वालों को भी खूब आयेश करवाय और साथ साथ अपने बदन की खैरात अपने कॉलेज मई भी बांटनी शुरू करदी. पहले तो कॉलेज मई मेरी बेटी को सिर्फ ४ टीचर्स ने ही छोड़ा था पर बाद मई मेरी बेटी ने कॉलेज के हर टीचर्स से छोड़वाया और साथ साथ कॉलेज के स्टूडेंट्स ने भी मेरी बेटी को छोड़ कर खूब माज़े लिए. मेरी बेटी अभी सिर्फ १८ साल किट ही पर इस उम्र मई भी उसका फिगर क़यामत था क़यामत इस लिए लोग मेरी बीवी के बजाय मेरी बेटी को छोड़ने मई तरजीह देते थे एक तो जवान और से बे इन्तहा सेक्सी. मेरे तमाम दोस्तों ने तो मेरी बीवी और बेटी को छोड़ा लिया था पर मेरी काफी अरसे से नज़र सोहैल की बेटी पर थी जो के १८ साल की थी. फिर मैं ने अपनी खुवाईश सोहैल को बता दी. ज़ाहिल ने मुझ से वडा किया होवा है के वो जल्द ही मुझ से अपनी बेटी को छोड़वा देगा. अब मैं इंतिज़ार कर रहा हूँ के मैं कब सोहैल की बेटी को छोड़ पाऊँ गए.