शादी में दूल्हे के भाई से चूत गांड चटवाई • Kamukta Sex Stories

शादी में दूल्हे के भाई से चूत गांड चटवाई

ऐस लिक हॉट स्टोरी में पढ़ें कि मैं अपनी सहेली की शादी में गई थी। वहां दुल्हे का भाई मुझ पर लाइन मार रहा था. मैंने उसे मजा चखाने की सोची. मैंने उससे अपनी गांड चटवाई.

दोस्तो, मेरी एक सेक्सी फेंटेसी है कि मुझे गैरसुरक्षित जगहों पर चुदाई करवाना पसंद है.
खासकर कि ऐसी जगह जहां पर कोई मुझे और मेरे पार्टनर को चुदाई करते हुए वासना भरी नजरों से देख रहा हो।

हाल ही में मैं अपनी दोस्त के यहां एक वेडिंग रिसेप्शन में गई थी जहां पर मेरी यह फेंटेसी पूरी हो गई।

न केवल मेरी सेक्सुअल फेंटेसी वहां पूरी हुई बल्कि मैंने एक अल्हड़ जवान लड़के के लंड को भी चखा और उसको अच्छा बीडीएसएम एक्पीरियंस दिया।
हो सकता है कि इस ऐस लिक हॉट स्टोरी को पढ़ते हुए आप इतने गर्म हो जाएं कि आपको चिकनाई की एक पूरी शीशी की जरूरत पड़े।
इसलिए तैयारी के साथ पढ़ें।

मैं अपनी दोस्त के यहां वेडिंग रिसेप्शन में गई थी और वहां पर मेरे कॉलेज के टाइम का मेरा दोस्त (बॉयफ्रेंड) भी आया हुआ था।

मेरा कॉलेज फ्रेंड और मैं दुल्हन को इस बात से चिढ़ा रहे थे कि उसका दुल्हा रातभर टिक पाएगा या नहीं, और फिर हम चारों के बीच में ग्रुप सेक्स होगा।

जब हम उन दोनों के साथ शरारतें कर रहे थे तो मेरा बॉयफ्रेंड (कॉलेज का दोस्त) मेरी टाइट लैगिंग के ऊपर से मेरी गांड पर हल्के हल्के तमाच मार रहा था.
इसे देखकर दूल्हे का भाई मेरी तरफ देखकर बार बार मुस्करा रहा था।

पार्टी में कुछ पैग लेने के बाद मेरा बॉयफ्रेंड सेक्स के लिए गर्म हो गया था और मेरी चूत मारना चाहता था।

अब दूल्हे का लंड भी तन गया था।
वो भी देख रहा था कि कैसे मेरा बॉयफ्रेंड मेरी गांड पर अपना लंड रगड़ रहा था।

उससे जब बर्दाश्त न हुआ तो उसने कहा कि तुम्हें ऐसी हरकतें करते देख इससे पहले यहां खड़े सब मर्दों का पानी उनकी पैंट में निकल जाए, तुम्हें मैं एक जगह बता देता हूं जहां पर तुम झटपट चुदाई का मजा ले सकते हो।

उसके बताने पर हम ऊपर सीढ़ियों पर चले गए.
लेकिन सही जगह पर जाने की बजाय मेरे बॉयफ्रेंड ने मुझे एक तरफ खींच लिया और एक कोठरी में ले गया जहां पर बहुत सारी बेडशीट और कंबल पड़े हुए थे।

उसने मेरी लैगिंग को नीचे खींचा और मेरी गांड की फांकों को कसकर पकड़ लिया।
मैंने भी उसको बेतहाशा चूमना शुरू कर दिया और उसकी उत्तेजना को बढ़ाने के लिए अपने तने हुए उरोजों को बाहर निकाल लिया।

कुछ मिनट बाद मैं अपने घुटनों पर बैठी हुई उसके लंड को मुंह में लेकर तेजी से चूस रही थी।
जब मुझे लगा कि अब यह मेरी चूत में जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है तो मैं कपड़ों के उस ढेर के पास जाकर खड़ी हो गई और अपने आशिक को गांड हिलाकर हिलाकर मुझे चोदने के लिए उकसाने लगी।

वो मेरे पास आया और अपने हाथ से अपने सख्त और गीले लंड को मेरी चूत पर रगड़ते हुए मेरी चूत को मजा देने लगा और फिर अपने लंड की भूख मिटाने के लिए उसने उसे अंदर धकेल दिया।

वो कमरा काफी गर्म था और मेरे चूतड़ों पर लग रहे मेरे आशिक के लंड के धक्कों की आवाज पूरे कमरे में गूंज उठी थी।
वह पूरी ताकत के साथ मेरी चूत को पेल रहा था और चुदते हुए मेरी सिसकारियां बहुत तेज हो गई थीं।

अचानक से मेरा ध्यान उस रूम के दरवाजे की ओर गया जो हल्का सा खुल गया था।

दूल्हे का भाई दरवाजे के पीछे से खड़ा हुआ बड़ी उत्सुकता से मेरी चुदाई देख रहा था।

उसका हाथ नीचे की ओर गया हुआ था और लगातार हिल रहा था, मैं जान गई कि वो लाइव चुदाई देखकर मुठ मार रहा है।

वो हमारी चुदाई देखकर पूरा मजा ले रहा था।
दूल्हे का भाई वहीं पर खड़ा रहा और कुछ देर में मेरे बॉयफ्रेंड ने मेरी गांड पर अपना सारा माल गिरा दिया।

हम दोनों के बदन पसीने से भीग गए थे और इस रोमांचक चुदाई का मजा लेकर हम दोनों मुस्करा रहे थे।

हम वहां से निकले और नीचे जाकर खड़े हो गये।

फिर दूल्हे का भाई मेरे करीब आया और उसने मुझे शरारत भरी नजर से मुस्कराकर देखा।
मुझे ये चिढ़ाने वाला लगा।

मैंने कहा- तुम कहीं और नहीं खड़े हो सकते हो? जाओ और अभी वाला सीन याद करके मुठ मारो कहीं जाकर …
दूल्हे का भाई- अपने पति को धोखा दे रही हो? हम्म? मैं सोच रहा हूं कि तुम्हारा पति इस भारी गांड को थप्पड़ मारकर मजा लेता होगा या फिर ल्यूब्रिकेंट लगाकर इसे चोदता होगा।

दूल्हे ने मुझे बताया था कि उसका भाई उसकी कज़िन पर फिदा है।
मैंने इसी बात का फायदा उठाने की सोची।
मैं- बेहतर है कि तुम्हें अपनी कज़िन पर नजर रखनी चाहिए। शायद तुम उसके साथ गांड चुदाई का मजा लोगे।
कहते हुए मैंने उसे हंसकर चिढ़ाया.

दूल्हे का भाई एकदम से घबरा गया और उसके चेहरे पर चिंता सी छा गई।
फिर उसने लगभग हकलाते हुए पूछा- तुम्हें ये कैसे पता? तुम मुझे फंसाने की कोशिश कर रही हो?

मैं- ठीक है, तुम कुछ देर के बाद मेरे साथ चलना। मैं तुम्हें दिखाऊंगी कि वो किससे चुद रही है। मुझे लगता है कि इस बार वो किसी लंड को अपनी चूत में ले ही लेगी।

दूल्हे का भाई जल्दी से वहां से खिसक लिया और अपनी हॉट कजिन सिस्टर के पास जाकर खड़ा हो गया।
लेकिन वो लड़की उसमें कोई रुचि नहीं रखती थी क्योंकि उसने उस पर ध्यान भी नहीं दिया कि वह वहां खड़ा हुआ है।

मैं अपने बॉयफ्रेंड के पास गई और उसे बताया कि दूल्हे के भाई ने हमें देख लिया।
फिर मैंने उसको अपने प्लान के बारे में बताया कि अब मैं उसको क्या दिखाने वाली हूं।

मैंने उसकी कजिन सिस्टर पर ध्यान दिया और पाया कि वो एक हैंडसम लड़के को बार बार देख रही थी।

कुछ देर के बाद मैंने दूल्हे के भाई को बुलाया और उसको ऊपर ले गई।

मेरे बॉयफ्रेंड ने उस हैंडसम लड़के और दूल्हे की कजिन सिस्टर को भी वहां बुला लिया था।

मैं दूल्हे के भाई के साथ खड़ी हो गई और सामने उंगली से इशारा करके उसको वहां देखने के लिए कहा।

उसने देखा कि वो हैंडसम लड़का और उसकी कजिन सिस्टर एक रूम के अंदर जा रहे थे।
लेकिन उसने ये नहीं देखा कि मेरा बॉयफ्रेंड भी उसी रूम के अंदर था जो उनको भीतर बुला रहा था।
यही उसका मास्टर प्लान था।

मैं- ये काफी है? या तुम अपनी कजिन सिस्टर को एक रंडी की तरह चुदते हुए भी देखना चाहते हो?
वो लड़का एकदम से पत्थर बना खड़ा था और उसका चेहरा सन्न सा लग रहा था।

उसकी आंखों में पानी भर आया था।
इससे पहले कि वो कुछ ड्रामा करता मैंने उसको दूसरी तरफ खींच लिया।
दूल्हे का भाई लगभग रोते हुए- फकिंग बिच! वो ऐसा कैसे …
कहते हुए उसकी आवाज रूंध गई.

मैं- क्या तुम बच्चों की तरह रोते रहोगे या इस बारे में कुछ करोगे भी?
लड़का- अब मैं क्या कर सकता हूं? मैं कैसे उससे कह सकता हूं कि वो मुझे प्यार करे?
मैं- मैं ये तुम्हें क्यों बताऊं?

लड़का- कमॉन! प्लीज मेरी मदद करो। कम से कम मैं इसके बारे में तुम्हें खुलकर बता रहा हूं।
मैं- इसलिए क्योंकि तुम एक ठरकी इंसान हो जो लोगों को छुपकर देखता है।

तभी मैं वहां से चलने को हुई तो उसने मेरी गांड को पकड़ लिया और फिर एकदम से छोड़ दिया।
वो मदद के लिए भीख मांगने लगा।

मैं उसको उसी कोठरी में ले गई जहां मेरे बॉयफ्रेंड ने मुझे चोदा था।

वो थोड़ा सोच में पड़ गया क्योंकि उसे लगा कि मैं उसको वहां पर सेक्स करने के लिए लेकर गई हूं।
खैर, वो आधा ही सही था।

मैं- अगर तुम मेरा कहा मानोगे तो मैं तुम्हारी मदद करने के बारे में सोच सकती हूं। लेकिन ये वैसा नहीं है जो तुम सोच रहे हो!
कहते हुए मैंने शरारत भरी मुस्कान दी.

लड़का- हां हां … तुम जो कहो … बताओ क्या करना है?
मैं- मेरी लैगिंग उतारो और मेरी मोटी बड़ी गांड को खुश करो।
लड़के ने तुरंत मेरा कहा माना लेकिन मैंने उसको लैगिंग खींचने से रोक दिया।

मैं- ये करते हुए तुम्हें लगातार मेरी तारीफ करनी है और यह बात माननी है कि तुम एक लूज़र हो। अगर तुमने मुझे अपनी मालकिन नहीं माना तो मुझसे मदद की उम्मीद मत रखना।

वो बेचारा लड़का समझ गया कि मजा तो मिलेगा लेकिन उसकी कीमत भी चुकानी पड़ेगी।

फिर वो ठरकी लड़का मेरी भारी गांड को देखकर लार टपकाने लगा।
उसने मेरे चूतड़ों को खोला और मेरी गांड की दरार पर अपनी नाक से रगड़ने लगा।

एक बार फिर से मेरे बदन में पसीना आने लगा लेकिन वो लड़का अपनी जिंदगी के सबसे मजेदार टाइम का आनंद ले रहा था।

मैंने उसके चेहरे को अपनी गांड पर दबा दिया और उसकी गर्म सांस अपने चूतड़ों पर महसूस करने लगी।

कुछ देर में ही ऐस लिक से उसकी सांस उखड़ने लगी क्योंकि वो सांस नहीं ले पा रहा था।
जब घुटती सांस के कारण वो मेरी गांड को पीटने लगा तो मैंने उसे छोड़ दिया।

लड़का (दूल्हे का भाई)- ओह मजा आ गया। मुझे थोड़ी सांस लेने दो, लेकिन तुमने ऐसा किया क्यों?
मैं- तुम कुछ भूल नहीं रहे हो, गांडू? तुम्हें मुझे खुश भी करना है।

दूल्हे का भाई समझ गया और एक बार फिर से वो मेरी गांड में अपनी नाक को रगड़ने लगा।
वो लगातार मेरी गांड की गोलाई और नर्मी की तारीफ कर रहा था।

मैंने इन पलों का मजा लिया, जब वो मुझे बार बार अपनी मालकिन कह रहा था।

लड़का- मैंने अब तक जितनी भी गांड देखी हैं, उनमें यह सबसे ज्यादा मस्त है। मुझे खुशी है कि आपने मेरे जैसे ठरकी को इसकी सेवा करने का मौका दिया।
मैं- अब तुम मेरी चूत पर ध्यान दो। अपने होंठों से मेरी चूत को खुश करो। ये अब काफी चिपचिपी हो चुकी है।

दूल्हे के भाई ने मेरा कहा माना और अगले ही पल वो मेरी टाइट चिपचिपी चूत को गर्म करने लगा।
उस गर्म कोठरी में कुछ देर पहले चुदने के बाद मेरे पूरे बदन और मेरी चूत में एक महक पहले ही भर चुकी थी।

मैंने उस ठरकी से पूछा कि उसे ये खुशबू कैसी लग रही है।
लड़का- बहुत ज्यादा उत्तेजक और मजेदार, मेरी मालकिन। मैं आपकी चूत को एक कुत्ते की तरह चाट रहा हूं।

उसकी जीभ मेरी चूत पर इतना मजा दे रही थी कि मैंने उसके सख्त लंड को बाहर निकाल लिया और घूमकर उसको अपनी जांघों के बीच में दबा लिया।

मैंने उससे कहा कि वो मुझे कसकर पकड़े ताकि मैं उसके गर्म लंड को अपनी चूत के नीचे दबा लूं।

मैं- मेरे मस्त मोटी चूचियों को दबाओ और इनको मजा दो, जैसे तुमने मेरी गांड और चूत के साथ किया।

उस लड़के ने पीछे से मेरी चूत पर लंड सटाते हुए मेरी चूचियों को अपने हाथों में थाम लिया और मेरे निप्पलों को भींचने लगा।

मेरे बदन में करंट सा दौड़ गया।
मेरी सिसकारियां और ज्यादा तेज हो गईं और उत्तेजना मेरी टांगें कांपने लगीं।

वो अपनी बॉडी पर मेरी गर्म रसीली गांड को महसूस करके मजा ले रहा था।
मैं अब तेजी से उसके लंड पर अपनी गांड रगड़ने लगी और उसके लंड का तनाव और ज्यादा बढ़ गया।

उसने मुझे और कसकर पकड़ लिया और मेरी चूचियों को और ज्यादा जोर लगाकर भींचने लगा।

कुछ पल बाद मैंने ध्यान दिया कि उसकी पकड़ एकदम से बहुत टाइट हो गई और तभी उसके गर्म लंड से उसका माल निकल कर मेरी जांघों पर फैलने लगा।
वो सांसों भर गया था और थक कर मेरे बदन पर ढेर हो गया।

दूल्हे का भाई उखड़ती सांसें संभालते हुए- ओह्ह … होह् … वो अहसास … वो फीलिंग … बहुत मजा आया मालकिन। काश … मैं थोड़ी ज्यादा देर टिक पाता।

मैं- अपने लंड को अपनी कजिन सिस्टर को दे दो। वो इसका अच्छा ख्याल रखेगी। लेकिन ये भी ध्यान रखना कि उसकी बॉडी की तुम कुत्ते की तरह सेवा करोगे।

हम बातें कर रहे थे कि कमरे का दरवाजा खुला और मेरे आशिक ने अपनी मुंडी अंदर कर दी।
वो बोला- वो लड़की तो कमाल है। तुम्हें देखना चाहिए था कि उसने दो दो लौड़ों को कैसे मजा दिया।

दूल्हे के भाई और मैंने उसको ताव में देखा और वो मुस्करा दिया।

तो दोस्तो, इस तरह से मैंने उस जवान लड़के के लंड का स्वाद चखा और उसको तमीज से बर्ताव करना सिखाया।

उस बीडीएसएम सेशन बाद से दूल्हे का भाई मेरी बॉडी के लिए पागल सा हो गया।
वो कहते हैं न … कि ठरकी हमेशा ठरकी ही रहता है!

ये थी मेरी ऐस लिक हॉट स्टोरी … आपको इसमें मजा आया होगा. इस पर कमेंट और लाइक करें।
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