kunwari biwi dost se chudai ki • Kamukta Sex Stories

मेरी कुंवारी बीवी मेरे दोस्त से चुद कर संतुष्ट हुई

हेलो दोस्तों आप लोगो का ज्यादा वक्त ना लेते हुए में आज की अपनी कहानी शुरू करने जा रहा हु. मेरी बीवी सुगंधा उन दिनों २४ साल की एक बहुत ही सुंदर और सुशील औरत थी, उस के नयन नक्श काफी तीखे और लुभावने थे, उसकी बॉडी काफी परफेक्ट थी जो किसी को अपनी और आकर्षित करते थे, उस की साइज ३२-२८-३२ थी. हमारी नई नई शादी हुई थी, सुगंधा ने कन्वेंट से पढ़ाई की थी.

यही कारण था उस की आवाज काफी दिलकश थी जो थोड़ा अंग्रेजी बोलने की वजह से और अच्छी लगती थी, हमारी नई नई पोस्टिंग हुई थी. हम जिस सोसाइटी में रहते थे उस के सारे बच्चे, बूढ़े और सारी की सारी औरतें सुगंधा को काफी पसंद करते थे. क्योंकि वह सब लोगो के साथ बहुत प्यार से बाते करती थी.

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मेरे कुछ कलीग भी उस सोसाइटी में रहते थे, सभी कहते थे भाभी जी कितनी सुंदर है यार, तुम लकी हो कि तुम्हें उन के जैसी बीवी मिली, सारी लेडीज बच्चे कोई भी सजेशन लेना होता तो सुगंधा से लेते थे, कीसी को पढ़ाई की बात करनी हो, ड्रेस खरीदनी हो, पारिवारिक बात हो, सुगंधा काफी अच्छा डिसीजन देती थी.

मेरे दोस्त भी किसी ना किसी बहाने सुगंधा से मिलने का कोई बहाना नहीं छोड़ते थे, वह इतनी सुंदर और आकर्षक थी कि क्या बताऊं? संगमरमर से तराशा बदन, गोल गोल अमरुद जैसी चूचियां, गहरी नाभि, पतली कमर, उभरी हुई गांड, मस्त हिरनी वाली चाल जवानों के बीच आकर्षण का केंद्र थे, वह काफी मॉडर्न विचारों की थी.

लेकिन कोई गलत और छिछोरी बात कभी नहीं करती थी, जब तैयार होकर निकलती तो लोगों की भूखी निगाहें दूर तक उसका पीछा करती थी, लोग मन में ही बोल देते थे कि क्या मदमस्त हसीना है यह, उस का पति कितना भाग्यशाली है जो इसे भोगता होगा, हमारी अभी अभी नयी शादी हुई थी और वह नयी शादी के कारण एकदम सेक्सी और सुंदर कपड़े पहनती थी.

लेकिन उसका दुख कोई नहीं समझ सकता था, मैं उसे सेक्स में पूरा संतुष्ट नहीं कर पाता था, उसे चूमते ही उस के अंगो पर हाथ लगाते ही मेरा वीर्य स्खलित हो जाता था, वह प्यासी रह जाती थी, लेकिन उस ने कभी भी शिकायत नहीं करी थी, सोचती थी कि शायद सब ठीक हो जाएगा.

जब मेरे दोस्तों को अपनी बीवी के साथ खुश देखती तो उस के मुंह से आह निकल जाती थी, दोस्तों की बीवीया आपस में सुगंधा से बातें करती थी की आज मेरे हस्बैंड ने ऐसे रोमांटिक अंदाज मै सेक्स किया तो मन मैं मायूस हो जाती थी. वह पूछती की सुगंधा और कहो तुम्हारा कैसा चल रहा है? तो वह तो टाल देती, औरते कहती की सुगंधा का क्या यह तो जन्नत की हूर है, इस की तो रात भर चुदाई होती होगी, हसबंड उसे छोड़ता नहीं होगा, वह हंस के चुप हो जाती, रविश मेरा खास दोस्त था.

मैं प्रमोद, सुगंधा, मेरा दोस्त रवीश और उसकी पत्नी आरुषि एक दूसरे से काफी क्लोज थे, आपस में हंसी मजाक, घूमना पार्टी वार्टी सब साथ किया करते थे. रविश तो अपनी भाभी सुगंधा की तारीफ करते नहीं थकता था, सुगंधा भी उस का काफी रिस्पेक्ट करती थी. मैं और रविश जिस बिल्डिंग में रहते थे उसमें कुल ६ फेमिली रहते थे, सभी एक दूसरे से बातें करते थे. मैं और रविश शाम मैं छत पर बैठ कर चाय वाय पीते थे और बहुत सारी बातें करते थे.

एक बार हम छत पर बैठे थे तो देखा सब के कपड़े ऊपर में सुख रहे है, रविश ने देखा कि एक लाल रंग की डिजाइनर ब्रा और चड्डी कपड़ों के साथ पड़ी हुई है, उसे मालूम नहीं था कि वह किस की है, उस ने उसे उठा लिया और सूंघने लगा, उसने मुझे कहा यार देखो यह ब्रा और चड्डी जिस किसी का भी हो वह तो काफी मोडर्न होगी.

उसका हस्बेंड तो रात में बिल्कुल सांड बन जाता होगा, और उस की जबरदस्ती चुदाई कर डालता होगा, देखो ना कितनी मादक खुशबू आ रही है इस ब्रा और चड्डी से, ऐसा लगता है कि काश यह हसीना का दीदार हो जाए, पता लगाना है कि यह जो रोज डिजाइनर ब्रा और चड्डी अलग अलग रंगों में रोज पहनी जाती है इस हुस्न की मल्लिका है कौन? वह उस की चड्डी को अपने लंड पर रख कर रगड़ने लगा.

उस ने मुझे कहा यार किसी को बताना नहीं मैं इस ब्रा और पैंटी को ले जा रहा हूं, आज मैं इन पर बहुत मुठ मारूंगा और इन्हें पहनने वाली हसीना को मन में सोच कर अपनी बीवी आरुषी की चुदाई करूंगा, खूब मजा आएगा, मुठ मार कर बिना वोश किये ही इन्हें वापस पसेर दूंगा, उस ने कहा कि तुम भी इन्हें ले जा सकते हो.

मैं कुछ नहीं बोला, लेकिन सुन रहा गया क्योंकि यह तो मेरी बीवी सुगंधा के थे. लेकिन मैं रोमांचित हो गया कि सुगंधा उन पैंटी और ब्रा को पहनेगी और मैं उसे पहनते हुए देखूंगा, अगले दिन जब मैंने सुगंधा को उन कपड़ों में देखा तो मैं उत्तेजित हो गया. मैं पागलों की तरह उसे चूमने लगा और उसे लिपट गया.

उन्हें उतारने के बाद मैंने देखा उस की पैंटी में दाग था, मैं समझ गया कि यह रविश की कारस्तानी है, मैं सुगंधा की चुचियों को दबाते दबाते बिल्कुल लाल कर दिया. उस के निप्पल एकदम अंगूर के दाने से कठोर हो गए थे, मैंने अपने मुंह में उन्हें ले कर चुसना चालू किया. जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी कुंवारी चूत में डालने की कोशिश की मैं झड़ गया, सुगंधा भी पागलों के समान मुझे नोचे जा रही थी, वह काफी दुखी हुई. आज भी वह अतृप्त रह गयी. उस की सिल नहीं टूट पाई थी.

वह चिल्लाने लगी मुझ पर कि तुम मुझे सेक्स जगा कर संतुष्ट नहीं कर पाए. अंत में वह बाथ रुम गई और नहा कर चली आई, उस ने मुझे कहा कि देखो आरुषि को रविश उसे निचोड़ डालता है, कम से कम तीन बार वह सेक्स करते हैं. आप को ट्रेनिंग की जरूरत है, जाओ सीख कर आओ, मैं जान बूझ कर अपनी कमजोरी अपने दोस्तों को नहीं बताता था, मैं भी सोचता था कि धीरे धीरे सब ठीक हो जाएगा.

सोसाइटी में औरतें किटी पार्टी किया करती थी, हर बार अलग अलग घर में पार्टी होती थी, लगभग १० औरतें थी, जिस के यहां पार्टी होती तो सारे जेंट्स वहां से बहार आ जाते थे, लेडीज गेम्स वगैरह खेलती थी और तरह तरह की बातें करती थी, किटी पार्टी वाले दिन वह सज धज कर आती थी, लजीज नाश्ता और चाय कॉफी बनता था. एक बार मेरे यहां पर किटी पार्टी का नंबर था, मैं घर से निकल कर छत पर आ गया रविश भी मेरे साथ था, वह तो उन डिज़ाइनर ब्रा और चड्डी वाली को तलाश रहा था, हम बात करने लगे.

उस ने कहा यार आज तो में किटी पार्टी में लेडीस को देखना चाहता हूं, मैं देखूंगा की सबसे सेक्सी माल कौन लग रही है, पक्का जो किटी की सबसे सेक्सी माल होगी शायद यह ब्रा और चड्डी उसी हसीना के होंगे, मैं किसी बहाने से निचे तुम्हारे यहां जाऊंगा और एक नजर देख कर आता हूं कि कौन सबसे सेक्सी लग रही है, जो लगेगी वही कैंपस की चुदाई क्वीन बनेगी, कुछ देर में वह नीचे मेरे रूम में चला गया, पार्टी चल रही थी.

रविश लगभग आधे घंटे के बाद ऊपर आया, सुगंधा भी साथ चाय नाश्ता ले कर आई थी. कुछ देर तक वह रही. रविश उस के पीछे लगा हुआ था, मैंने कहा सुगंधा देखो रविश और मैंने डिसाइड किया है कि आज देखेंगे कि कौन इस केम्पस की सेक्सी क्वीन है, यह सुन कर सुगंधा रविश की और देख कर मुस्कुराने लगी, उस ने कहा कि भाभी जी तो आज मुझे कुछ स्पेशल खिलाने वाली है, आज हम दोनों आरुषी के घर लौटने के बाद वहां जाएंगे और साथ में स्कॉच खोलेंगे.

उसने कहा कि क्यों भाभी मंजूर है ना? सुगंधा ने हामी भरी और यह भी कहा कि दिखती हु कौन है केम्पस की सेक्सी क्वीन, रविश ने कहा आप सब को नहीं बताईएगा, आज की रात हम जरूर डिक्लेयर कर देंगे कौन है वह. रविश सुगंधा को नीचे छोड़ने गया और फिर १० मिनिट लगा दिया, वह घर आया तो मैंने पूछा यार अकेले अकेले मस्ती कर के आ रहे हो?

उसने कहा कि हां यार मुझे तो मजा आ गया. आज मैंने केम्पस की सेक्सी क्वीन को देखा और वादा करता हूं मैं उसे अपनी चुदाई क्वीन भी बनाऊंगा, मैंने कहा कौन है वो जो मेरे दोस्त का दिल ले बैठी है?

तो उस ने कहा कि अभी नहीं रात में शराब और कबाब के साथ उस शबाब की बात करेंगे, मैंने बहुत जिद की थी नाम बताओ उस ने कहा कि अभी थोडा इंतजार करो, मैंने कहा कि थोड़ा हिंट तो दो, उस ने कहा कि कैंपस की रानी आज तो इतनी जबरदस्त लग रही थी कि क्या बताऊं? यार क्या गजब की हसीना है वह.

उस की शराबी आंखें जिस में उस ने काजल लगा रखा था, रस भरे होठ जिस पर गहरे लाल लिपस्टिक थी, हसीन चेहरा, गजब की चूचियां, गहरी नाभि, उफानी ऊत्तड़, केले के खम्भे सी जांघे, मतवाली चाल और क्या बताऊं तुम्हें? उस के अंग से बिजली चमक रही थी. आज जो मेरे अंदर उफ़ान मचा रही थी. बहुत जल्द मैं उसे अपनी चुदाई क्वीन बनाऊंगा.

मेरा लंड भी उस की बातों से खड़ा हो गया था, मैं रात का इंतजार करने लगा, पार्टी के लगभग एक घंटे के बाद रवीश नीचे आ गया, उस ने नाइट सूट पहना हुआ था, मैं भी बर्मुडा और टी शर्ट में था, सुगंधा ने खुशी पूर्वक उस का स्वागत किया.

सुगंधा ने कबाब वगेरा बना लिया था और फ्रेश हो कर नाइटी पहन लिया था, गहरे लाल कलर की नाईटी जो की ट्रांसपरंट थी, उस पर काफी अच्छी लग रही थी, उस के उभार साफ दिख रहे थे, और वह काफी सेक्सी लग रही थी. रवीश ने कहा भाभी हो तो ऐसी. ड्राइंग रूम में डिम लाईट जला दिया गया और सुगंधा ने रूम स्प्रे भी मार दिया, स्कोच की बोतल और स्नेक सुगंधा ने टेबल पर सजा दीये, रविश ने कहा की भाभी आज हम आप के मेहमान हैं, आपको भी थोड़ा स्कोच लेना होगा, सुगंधा ने कहा कि मैं नहीं, पर रविश के आग्रह को वह ठुकरा नहीं सकी.

एक पेग डाला गया, सभी ने चियर्स किया, रविश ने अपने बगल में सुगंधा को बैठाया. एक पेग लेने के बाद सुगंधा किचन में चली गई, अब हमें मौका मिल गया कैंपस की सेक्सी क्वीन के बारे में जानने का, मेने एक के बाद एक संगीता, रचना, कोमन, रीना सारी भाभीयों के बारे में पूछता गया, रविश ने कहा कि नहीं यार वह तो स्पेशल है, इनमें से कोई नहीं. अब सिर्फ दो ही बच गयी थी, मेरी सुगंधा और उस की बीवी आरुषि. मैंने सोचा कि रवीश मेरे सामने सुगंधा की बात तो कर नहीं सकता तो वह जरुर अपनी आरुषी की ही बात कर रहा है, वैसे आरुषि भाभी काफी सुंदर थी. हम दोनों एक दूसरे की बीवियों की काफी इज्जत करते थे.

मैंने कहा मान गये यार पत्नी भक्त हो तो ऐसा, तुम्हारी सेक्स क्वीन आरुषी भाभी ही है, उस ने सिर्फ इतना ही कहा कि हां यार रियल में मेरी सेक्स क्वीन पर सब पर भारी है. जो देख ले उस का लंड ठनक जाता होगा, क्या मस्त मम्में है उस के, लगता है कि मुंह डाल कर पूरा दूध पी लूं उसका, उस की गांड इतनी शानदार है कि मन करता है सीधे लंड घुसा दूं, उस ने कहा कि मैं उसकी घंटो चुदाई कर सकता हूं.

मैंने कहा कि यार तुम आरुषि भाभी के बारे में मुझ से क्यों बात कर रहे हो? वह तो तेरी है. अपने रूम में तुम जो करना है कर सकते हो, तब तक सुगंधा कबाब का प्लेट लेकर आ गयी. रविश ने उस का हाथ पकड़ कर अपने पास बैठाना चाहा, सुगंधा थोड़ी नशे में आ चुकी थी, वह लड़खड़ाकर रविश की गोद में गिर पड़ी, रविश हडबडा गया गलती से वह सुगंधा की चूची पकड़ बैठा, सुगंधा शर्मा के खड़ी हो गई और पास में बैठ गयी. रविश ने बस मुस्कुरा दिया.

मेरा तो मूड खराब हो गया, रवीश ने फिर से सब के लिए पैग बना दिया, सभी पिने लगे. सुगंधा ने कहा कि बाय द वे कौन है केम्पस की सेक्सी क्वीन? मैंने कहा कि रविश ने तो आरुषी भाभी को ही सेक्सी क्वीन चुना है, सुगंधा थोड़ा आश्चर्य से रविश को देखने लगी.

रविश सुगंधा की आंखों में देखने लगा कि क्या आपको पता नहीं है कि मेरा सिलेक्शन क्या है? सुगंधा बोली थी फिर भी बताओ तो. रविश ने उस के हाथ पकड़ लिए और बोला मेरी सेक्स क्वीन तुम्हारे सिवा कौन हो सकती है मेरी जान? मैं आश्चर्य से देखने और सुनने लगा. इतना कह कर रविश ने अपने होठों का चुंबन सुगंधा के होठों पर कर दिया, मुझे काफी गुस्सा आया पर मजा भी आया यह सोच कर कि सुगंधा की तो अभी तक सील नहीं टूटी है.

थोडा चूत दे के देखते हैं, सुगंधा अपने आप को छुड़ा कर फिर किचन में चली गई, इधर रविश ने कहना शुरू किया कि यार सुगंधा काफी अच्छी है यार, उस का कोई दोश नहीं है, हुआ यह ही जब मैं नीचे आया और अपना पेपर खोजते खोजते तुम्हारे बेड रूम गया तो सुगंधा भी मेरे पीछे पीछे रूम में चली आई.

वह गजब की सुंदर दिख रही थी, उसकी दिलकश आवाज, उसका शराबी हुस्न, कजरारी आंखें देख कर मैं तो अपने होश खो बैठा. जैसे ही वह अलमीरा में हमारा पेपर देख रही थी, मैं पीछे से उसे जा कर पकड़ लिया, हम दोनों को करंट मार दिया. सुगंधा छोड़ कर भागना चाहि मैंने उस पर चुंबनों की बौछार शुरू कर दी, उस की चूचियों को बारी बारी से दबाना शुरु कर दिया, वो रोने लगी. मैंने कहा कि भाभी एक बार अपने हुस्न का जाम पिला दो, सुगंधा के शरीर में बिजली प्रवाहित हो गई थी. उसने कहा कि नहीं, यह पाप है.

मेने कहा की बस एक बार, तुम आज बला की हसीन लग रही हो, रविश बताता रहा कि उसका लंड सुगंधा की चूतडो में ऊपर से ही घुस गया. सुगंधा पर मस्ती छाने लगी. पर उसे अपराध बोध भी हो रहा था, और उस का जिस्म इन हरकतों का आनंद उठाने लगा.

उस के तन बदन में आग लग गई, रविश की हरकतों से वह गर्म होने लगी थी, सुगंधा ने कहा कि प्लीज रविश जाने दो मुझे, पार्टी चल रही है बाहर, रविश ने कहा की डार्लिंग पहले वादा करो कि आज मुझे शराब शबाब और तुम्हारे शबाब की पार्टी दोगी, तब मैं तुम्हें छोडूंगा, सुगंधा ने कहा बस सिर्फ एक बार, मेरे पति प्रमोद को ट्रेनिंग दोगे तो होगा?

रविश ने बोला की डार्लिंग तुम्हारे लिए तो जान भी हाजिर है, मैं आज प्रमोद को ट्रेनिंग दे दूंगा, बस तुम अपने हुस्न का प्याला आज मुझे पिला देना, रविश ने जाते समय जबरदस्त किस अपनी मैडम को दिया, मैं सोच रहा की तभी इसने ऊपर आने में लेट किया, रविश ने कहा सुगंधा चाय और नाश्ता साथ में ले कर ऊपर आई, जब मैंने उसे नीचे छोड़ने गया तो फिर मुझसे रहा नहीं गया और सुगंधा को चुम्मा चाटी करने लगा, और १० मिनट लग गए ऊपर आने में.

अब मेरा लंड ईस एपिसोड को सुन कर खड़ा हो गया और पानी निकालने लगा. मैं खुश हुआ कि आज मेरी ट्रेनिंग है, सुगंधा आइसक्रीम लेकर आई, हमने खाया और सुगंधा का हाथ चुम लिया, कहा कि कितना अच्छा कबाब तुमने बनाया है.

उस ने उसे अपनी गोद में बिठा लिया और नाइटी के अंदर हाथ डाल कर चूची दबाने लगा, सुगंधा ने मेरी ओर देख कर सॉरी बोला, मैंने कहा कि नहीं तुम ऐसा नहीं बोलो. आज रविश और तुम सेक्स के प्रोफ़ेसर हो, और हम तुम्हारे स्टूडेंट. और सब से बड़ी बात आज रविश और मैं तुम्हारी सील तोड़ेंगे, सुगंधा ने कहा की हां जरूर, उस ने पूरे जोर से सुगंधा को चुमना और चूची मसलना शुरू कर दिया.

उस ने उस की नाइटी उस के शरीर से उतार फेंकी. रविश की आँखे फटी की फटी रह गई, उसका बदन तो तराशा हुआ था, और उस ने वही ब्रा और चड्डी पहनी हे जिस पर उस ने मुठ मारी थी. रविश ने कहां देखा, मैंने कहा था ना कि यह सेक्सी ब्रा और चड्डी मेंरी सेक्सी और चुदाई क्वीन की है. रविश ने उसी हालत में सुगंधा को पकड़ कर किस करने लगा और उस की नाभि में उंगली डालने लगा. फिर उस ने ब्रा और पेंटी उतार दिया, और उस के दूध में मुंह डाल दिया और चूत के क्लिट को छेड़ने लगा.

उस की बुर बिल्कुल चिकनी थी, उसने शेव किया हुआ था, रविश ने उसकी बुर में उंगली डालने लगा, मैं अपनी बीवी के बदन के साथ भयानक छेड़छाड़ देख कर पूरे जोश में भर गया था, मैंने कहा देखो ना सुगंधा यह मुझे ट्रेनिंग नहीं दे रहा है, सुगंधा ने रविश से कहा कि उसे भी तो कोई टिप्स दो, उस की बीवी को सिड्यूस कर रहे हो पर उसे कुछ भी नहीं करने दे रहे हो.

रविश ने कहा मेरी जान मैं पहले तुम्हारी सिल तोड़ कर तुम्हें कली से फूल बना लूंगा तब तुम जो कहोगी वह करेंगे, सुगंधा ने धीरे से कहा कि मेरे अंदर की आग तुम नहीं समझ सकते हो, में तो चाहती हु तुम्हारे द्वारा फुल बनना, पर थोडा प्रमोद को फुसला देना, नहीं तो यह डिस्टर्ब करेगा. उस को फुसलाकर हम बिना रोक टोक के इंजॉय करेंगे, फिर रविश ने कहा कि पहला टिप्स है सुगंधा की सेक्सी ब्रा और चड्डी को सूंघते हुए उस में मुठ मारो और हमारी चुदाई देखो, देखो सिल कैसे तोड़ते हैं, और ऐसी खूबसूरत लड़की को कैसे चोदते हे, मैंने उस की ब्रा और चड्डी उठा ली और सूंघने लगा और उनके बीच महाभारत की लडाई का इंतजार करने लगा.

उसने सुगंधा को उठा लिया और बेड पर पटक दिया, उसकी दोनों चूची फुल कर काफी बड़ी लग रही थी, और निप्प्ल्स लगता था कि गुस्से से लाल हो गए हैं, रविश में सीधे मुह डालते हुए चुभाने लगा, उन बड़े निपल्स को खींचना शुरु कर दिया और दातों से चुभाने लगा, सुगंधा उसे चिपकी जा रही थी.

मेने सुगंधा से बात करना चाहा, सुगंधा बोली कि रवीश देखो प्रमोद डिस्टर्ब कर रहा है, रविश ने मुझे कहा कि तुम मुठ मारो और मेरी माल को डिस्टर्ब मत कर. इतने दिन से रखे हुए हो ऐसी माल लेकिन बजाना नहीं जानते? देखो चुदाई कैसे करते हैं.

अब रविश ने कहा सुगंधा मेरा लंड चूसो. सुगंधा ने मुह खोला तो रविश में अपना पूरा लंड डाल दिया, और तेज तेज झटके देने लगा, लंड पूरे उफान पर था, सुगंधा की चूत से पानी आने लगा था.

रविश ने कहा की सुगंधा रानी अब मेरा लंड को संभाल. सुगंधा उसकी साइज को देख कर घबरा गई, बोली रविश केसे होगा यह सब? इतना बड़ा मुसल लंड कैसे जाएगा मेरी चूत में, रविश ने कहा सुगंधा डार्लिंग आज तेरी नथ उतरने वाली है, तू देखती जा, तू उछल उछल कर चुदवायेगी इस लंड से, तू सेक्स क्वीन ही नहीं मेरी चुदाई क्वीन भी बन जाएगी.

रविश ने कहा सुगंधा डार्लिंग, पहले तुम पीछे घुमो, तेरे ईन खूबसूरत फूले हुए चूतडो का दीदार करना है, जीवन की पहली चुदाई तुम पीछे से लो डौगी स्टाइल में, रविश ऊपर चढ़ गया और सुगंधा की बुर में पीछे से अपना लंड सटाया, फुले हुए गांड को मुट्ठी भर भर कर वह सहलाने लगा, चुतड पर चुटकी भी काट दिया, बुर और लंड का स्पर्श होते ही सुगंधा एकदम अकड़ गयी. सुगंधा की बुर पर लगातार पडती ठोकर से पानी निकलना शुरू हो गया था.

अब सुपाडा थोडा बुर के अंदर घुस गया था, चुदाई शुरू हो चुकी थी, रविश ने अब जोर से झटके में अपना ९ इंच का लंड सुगंधा रानी के बुर में पेल दिया था, अब वह ताबड़तोड़ झटके मारना शुरू कर दिया. सुगंधा का चुदाई का यह पहला अहसास था.

सुगंधा मारे दर्द से बिलबिला उठी, उस ने कहा कि रवीश प्लीज अपना लंड बाहर निकालो, दर्द कर रहा है, रविश ने कहा पहली बार में होता है दर्द, थोड़ी देर में देखना तुम खुद बोलोगी करने के लिए, रविश ने जो रफ्तार पकड़ी वह कम नहीं थी, सुगंधा मैडम को भी मजा आने शुरु हो गया, रविश ठोके देने लगा, सुगंधा अपना चुतड उछाल कर लंड लेना शुरु कर दिया था, अब रविश ने सुगंधा को चित लेटाया और लंड एक बार फिर उस की बुर में पेल दिया.

सुगंधा ने अब बड़बड़ाना शुरू कर दिया था, वह बोल रही थी रविश तुम मेरी बुर को फाड़ डालो, खूब चोदो मुझे, वह उसके मम्मे को भी दबाता जा रहा था. अचानक सुगंधा के बुर में रविश जड़ गया और सुगंधा की चूत से उसका भी रस का फवारा फुट पड़ा, खून भी निकल रहा था, और पूरा चादर लाल हो गया था.

सुगंधा पूरे जोश के साथ उसके आगोश में चिपक गई, मेरी कली सुगंधा फुल बन गई थी, पूरे संतोष के बभाव उसके चेहरे पर थे, मैंने भी इस शानदार महाभारत को देख कर मुठ मार कर उसकी पैंटी पर डाल दिया, रविश ने ट्रेनिंग के बहाने कई बार सुगंधा को हर आसन में चोदा.

सुगंधा का बदन इन चुदाइयो से पूरा खील गया था, चुचिया काफी बड़ी हो गई थी, और गांड भी बड़ा हो गया था, उस के बदन की प्यास और बढ़ गई थी, तभी उस ने उसकी इस कमजोरी को ताड़ते हुए खूब चुदाई की, गांड भी मारा उसका, उस की बीवी के घर जाने पर वह सुगंधा को अपने कमरे में ले जाता और बीवी की तरह रखता था, और भरपूर चुदाई करता था. इस तरह मेरी सुगंधा सेक्स क्वीन के साथ साथ चुदाई क्वीन भी बन गई थी.