maa ne chachi ki choot dilai • Kamukta Sex Stories

माँ ने चाची की चूत दिलवाई

maa ne chachi ki choot dilai मेरे घर में मेरे पापा मम्मी के अलावा दो चाची और उनके बच्चे भी रहते मेरी बड़ी चाची जिनका नाम आशा है उनके एक लड़का है उसकी उम्र 15 साल है और चाची की उम्र 36 साल है उनकी हाइट 5’6″ है और एकदम गोरी है वो आज भी ज्यादा से ज्यादा 30 साल की लगती हैं.
मेरी छोटी चाची जिनका नाम मोहिनी है, वो थोड़ी सांवली है और उनकी एक लड़की है जो 8 साल की है और चाची की उम्र 30 साल है.

मेरी दोनों चाची पढ़ी लिखी हैं और अपने आप को मेन्टेन रखती हैं. मैं पहले ही आपको बता दूँ कि मैं अपनी दोनों चाचियों को एक एक करके चोद चुका हूँ और आज मैं आप को बताता हूँ कि कैसे मैंने अपनी दोनों चाचियों को एक साथ चुदने के लिये तैयार किया.

अब कहानी की ओर बढ़ते हैं. तो अब मेरा जब भी मन करता था मैं अपनी किसी भी चाची को चोद देता था.

एक दिन मेरी मम्मी घर पर नहीं थी तब दोनों चाची किचन में खाना बना रही थी, उस टाइम मैं वहाँ पहुँच गया और मैंने अपनी छोटी चाची के बूब्स दबा दिये और उनको किस करने लगा. चाची मुझसे अपने आप को छुड़ाने लगी और उतने में मेरी बड़ी चाची आई और कहने लगी- सैम, कुछ तो शर्म करो… अभी कोई आ गया तो हम दोनों की वॉट लग जायेगी!

तो मैंने आशा चाची को अपनी ओर खींचते हुये कहा- चाची, कोई नहीं आने वाला है, घर में कोई नहीं है और मैंने डोर लॉक कर दिया है, अब सिर्फ़ हम 3 लोग ही हैं घर में… और कोई नहीं है!
छोटी चाची अपने आपको मेरी क़ैद से छुड़ा के अपने कमरे में भाग गई.

तब मैंने आशा चाची के बूब्स उनके ब्लाउज के उपर से ही दबाना चालू कर दिया और मस्ती में उनकी साड़ी उपर करके कूल्हे सहलाने लगा.
फिर चाची ने कहा- तुम कमरे में चलो, मैं आती हूँ!
तो मैंने कहा- चाची, अब मैं आप दोनों को साथ में चोदना चाहता हूँ!

पर चाची ने मना कर दिया और कहा- यह कभी नहीं हो सकता है!

मैं मोहिनी चाची के पास गया और जब उन से यह बात बोली तो वो भी कहने लगी कि यह कभी नहीं हो सकता है, आशा दीदी मेरी बड़ी बहन के समान हैं, मैं उनके सामने नंगी कैसे हो सकती हूँ. मैंने कहा- मुझे नहीं पता चाची, अब मैं अगर किसी को चोदूँगा तो साथ में ही चोदूँगा, वरना नहीं चोदूँगा और अब तो मैं खाना भी तब ही खाऊंगा जब आप दोनों मुझे एक साथ चोदने दोगी.
और मैंने यह बात आशा चाची से भी कह दी.

फिर उस दिन रात तक मैंने खाना भी नहीं खाया. तब जब रात में सब खाने की टेबल पर बैठे तब माँ ने मुझसे पूछा- बेटा क्या हुआ तुझे?
मैंने कहा- मैंने दोनों चाची से एक एक काम बोला है, दोनों मेरी बात नहीं मान रही हैं.
तो मेरी मम्मी ने दोनों चाची से कहा- मान लो ना यार तुम लोग, वैसे भी कौन सा वो ज्यादा दिन यहाँ रहने वाला है, अभी थोड़े दिन में वो वैसे भी चले जाने वाला है, फिर उसके बाद तुम से कोई कुछ नहीं बोलेगा!

तब बड़ी चाची ने चूत की तरफ देखा और उन्हें धीरे से बोला- ठीक है!

फिर जब रात में चाचियां बर्तन साफ कर रही थी तब मैं उनके पास गया और मैंने कहा- चाची आप बहुत अच्छी हो! आई लव यू!
और दोनों को एक एक लिप किस दिया.

फिर बड़ी चाची बोली- सैम हमारी भी एक शर्त है!
मैंने बोला- क्या चाची?
तो चाची ने कहा- अभी 10 दिन बात सब लोग तुम्हारी बुआ की लड़की की शादी में जा रहे हैं, हम लोग तभी ही यह सब करेंगे!
तो मैंने कहा- ठीक है चाची, मुझे कोई प्रोब्लम नहीं है!

फिर एक दिन मैंने मार्केट से जाकर अपनी दोनों चाची के लिये लेटेस्ट ब्रा और पेंटी ले ली और 3 फ्लेवर के कन्डोम भी खरीद लिये और अपने लिये केप्सूल भी ले लिया जिससे मेरा स्पर्म ज्यादा देर तक ना निकले.
और मैंने घर जाकर अपनी दोनों चाचियों को उनकी ब्रा और पेंटी देकर कहा- उस दिन आप यही पहन कर आना!

फिर हमारे घर में बुआ की लड़की की शादी में जाने की तैयारी शुरू हो गई. दोनों चाचियों ने जैसे तैसे करके रुकने के लिये घर वालों को मना ही लिया और बाकी लोग जाने के लिये तैयार हो गये. मैं सब को स्टेशन तक छोड़ने गया और वापस आते समय रास्ते में मैंने वो केप्सूल खा लिया जो मैं लाया था.

घर पहुँच कर मैंने देखा कि दोनों चाची अपना अपना काम कर रही थी.

तभी मुझसे आशा चाची बोली- तुझ को हमारे बूब्स का साइज़ अच्छे से मालूम हो गया है, एकदम साइज़ की ब्रा लाया है.
तो मैंने कहा- चाची, चलो ना तैयार हो जाओ, अब हम ग्रुप सेक्स करेंगे.

फिर दोनों चाची ने कहा- बस 15 मिनट में आती हैं!
मैं भी अपने कमरे में चला गया, वहाँ तैयार होने लगा. मैंने अच्छे से सेंट लगा लिया और अपने पजामे में आ गया. फिर सबसे पहले मेरी बड़ी चाची आई, आशा चाची हरे रंग की साड़ी, गहरे गले के ब्लाउज और हलके गुलाबी रंग की लिपस्टिक लगा कर आई.

फिर थोड़ी देर बाद मोहिनी चाची आई, उन्होंने काली साड़ी पहन रखी थी और स्लीवलेस ब्लाउज काले रंग का और लाल रंग की लिपस्टिक लगा कर आई थी.

दोनों चाची बहुत शरमा रही थी.

हम तीनों बेड पर लेट गये और फिर मेरी एक तरफ बड़ी और दूसरी तरह छोटी चाची थी. मैंने कहा- अब कुछ करना भी है या बस सोना ही है?
चाची ने कहा- आइडिया तुम्हारा है, शुरू भी तुम ही करो!
फिर मैंने बड़ी चाची की साड़ी का पल्लू हटा दिया और उनके बूब्स दबाने लगा और मेरी छोटी चाची हम दोनों को देख रही थी. और फिर मैंने अपनी छोटी चाची को अपने पास बुलाया और एक हाथ से उनके बूब्स मसलने लगा.

फिर मैंने दोनों चाची की साड़ी एक एक करके उतार दी और फिर उनको ब्लाउज में देख कर में तो पागल हो गया. दोनों एक से बढ़ कर एक लग रही थी.
अब मैंने चाची से कहा- मेरे कपड़े तो उतार दो!
तो दोनों चाची ने मिल कर मेरे कपड़े उतारना चालू किया और मुझे पूरा नंगा कर दिया. फिर मैंने आशा चाची से कहा- आप मोहिनी चाची का ब्लाउज और पेटिकोट उतारो!
और यही मैंने मोहिनी चाची से भी कहा.

दोनों चाची ने एक दूसरे के एक एक कपड़े उतारने चालू किये और देखते ही देखते दोनों चाची ब्रा पेंटी में आ गई.
मैंने कभी सोचा भी नहीं था… दोनों चाची इतनी सेक्सी लग रही थी.

फिर मैंने दोनों चाची को लेटा दिया और मैं उनके ऊपर चढ़ कर कभी आशा चाची को किस करता तो कभी मोहिनी चाची को किस करता! दोनों को बहुत देर तक किस करने की बाद मैंने आशा चाची की गुलाबी रंग वाली ब्रा को उतार दिया और फिर उनके बूब्स को चूसने लगा और थोड़ी देर चूसने के बाद मैंने जब मोहिनी चाची की तरह देखा तो वो हमको ही देख रही थी.

मैंने आशा चाची से कहा- चाची, आप मेरे लंड को चूसो ना!
तो आशा चाची ने झट से मेरा लंड चूसना चालू कर दिया और मैंने अपनी छोटी चाची की गहरे रंग की ब्रा उतार कर उनका बूब्स चूसना चालू कर दिया और एक हाथ मैंने उनकी पेंटी में डाल दिया.
चाची की चूत बिल्कुल साफ थी. मैंने उनकी तरफ देखा तो उन्होंने कहा- आज के लिये तैयारी की है.

फिर मैंने दोनों चाची को पूरी नंगी कर दिया, फिर मैंने अपने लंड पर वनिला फ्लेवर का कन्डोम लगाया और चाची से कहा- अब इसको चूसो!
दोनों चाची उसको बारी बारी चूसने लग गई.

मैंने कहा- चाची, आप एक दूसरे को किस करो ना!
तो दोनों चाची ने खूब मना किया पर मेरी ज़िद के कारण उन्होंने एक दूसरे को किस भी किया.
क्या लग रही थी… मेरी दोनों चाची दोनों आइटम एक नम्बर की थी. मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा था, मैंने आशा चाची की चूत चूसना चालू किया और आशा चाची को मोहिनी चाची की चूत चाटने को कहा.

हम लोग ऐसा ही करीब 20 मिनट तक करते रहे, इसमें दोनों चाची 1-1 बार झड़ गई और मैं एक भी बार नहीं झड़ा.

फिर मोहिनी चाची मेरे लंड को अपनी चूत में लेटे हुयी मेरे ऊपर बैठ गई और ऊपर नीचे होने लगी और मैंने आशा चाची को अपने ऊपर बैठा लिया और उनकी चूत को चाटने लगा.

कुछ ही देर में आशा चाची झड़ गई, और फिर मैंने आशा चाची को थोड़ा आगे किया और उनके होल को चाटने लगा. फिर मैंने धीरे से अपनी एक उंगली आशा चाची की गांड में डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा.

उधर मोहिनी चाची ने अपनी चूत चुदाई की रफ़्तार तेज कर दी और वो 5-6 झटके के बाद झड़ गई और मेरे लंड के ऊपर से उठ गई. वो मेरे बाजु में आ कर लेट गई और कहा- राज क्या बात है आज तो तुम झड़ने का नाम ही नहीं ले रहे हो?
बहुत गर्मी होने के कारण मोहिनी चाची को बहुत पसीना आ रहा था.

आशा चाची ने कहा- अब मेरी बारी है!
उन्होने पहले मेरा कन्डोम निकाला और दूसरा कन्डोम लगाया और फिर दो मिनट तक लंड को चूसा, फिर उसके बाद वो मेरे लंड को अपनी चूत में एड्जस्ट करके अन्दर-बाहर करने लगी.
मैंने मोहिनी चाची को कहा- मुझे आपकी चूत और गांड चाटनी है!
तो वो मेरे उपर आकर बैठ गई.

मैं चाची की गांड चाटने लगा और चूत में उंगली डाल कर अन्दर बाहर करने लगा. चाची की गांड में पसीने की बहुत सी बूँदें थी, उनकी गांड चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने उनकी गांड के छेद में अपनी उंगली डाल दी और जोर जोर से चाटने लगा.

थोड़ी देर के बाद आशा चाची भी झड़ने वाली थी और तो उन्होंने अपनी स्पीड तेज कर दी, फिर वो भी झड़ गई. हम तीनों थोड़ी देर तक लेटे रहे और फिर उसके बाद मैंने दोनों चाची को ज़बरदस्ती 69 की पोज़िशन में करा कर एक दूसरे की चूत चटवाई और थोड़ी देर के बाद मैंने दोनों चाची से कहा- आप दोनों घोड़ी बन जाओ, मैं आप आप दोनों की गांड मारूँगा.

मैंने दोनों चाची को एक साथ घोड़ी बनाया, फिर मैंने आशा चाची की गांड में अपना लंड डाल दिया और मैंने एक कन्डोम अपनी 3 उंगलियों पर लगाया और वो उंगलियाँ मोहिनी चाची की गांड में डाल दी. फिर मैं दोनों साथ साथ हिलाने लगा.

करीब 20 मिनट के बाद आशा चाची ने बोला- बस राज अब बहुत हो गया, मेरी गांड अब और ज्यादा झटके नहीं सह सकती है.
तो मैंने उनकी गांड में से अपना लंड निकाल लिया फिर मैंने मोहिनी चाची की गांड में लंड डाला और बाजू में आशा चाची लेट गई थी तो मैंने अपनी वो तीनों उंगलियाँ चाची की चूत में डाल दी और हिलने लगा.
अब मैंने मोहिनी चाची को भी काफी देर तक चोदा और उसके बाद वो भी हार मान गई.

फिर मैंने उनकी गांड में से भी लंड बाहर निकाला. अब मैंने अपने लंड पर से कन्डोम को हटाया और दोनों चाची को उठाया और कहा- मेरे लंड हो चूसो!
दोनों मेरे लंड को चूसने लगी और करीब दस मिनट के बाद में झड़ गया तो मैंने पूरा पानी अपनी छोटी चाची के मुँह के अन्दर छोड़ दिया.
फिर मैंने उनसे कहा- आप पूरा मत पीना, आधा बड़ी चाची के मुँह में डालो!
बड़ी चाची बोली- वो मेरे मुँह में कैसे डालेगी जी?

मैंने कहा- आप दोनों अपना मुँह एक साथ कर लो और फिर आधा आधा बांट लो!
बड़ी चाची ने कहा- ठीक है!
उन दोनों ने एक दूसरे को जोर से एक दूसरे के मुँह को चिपका लिया और एक मिनट तक मेरा स्पर्म एक दूसरी के मुँह में करती रही और फिर दोनों ने आधा आधा स्पर्म पी लिया.

फिर हम तीनों नंगे बिस्तर पर लेट गये और कब नींद आ गई पता ही नहीं चला.
जब मेरी नींद खुली तो दोनों चाची सो रही थी, दोनों की गांड एकदम सूज गई थी. यह सब देख कर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

मैंने आशा चाची की चूत में अपना लंड डाल दिया, आशा चाची दर्द से चिल्ला उठी और कहने लगी- तुझको ज़रा भी चैन नहीं है क्या?
मैंने कहा- जब आप जैसी अप्सरा सामने हो तो कैसे चैन आ सकता है!
मैंने जोर जोर से चाची की चूत मारना चालू किया.
चाची बोली- बस राज, नहीं तो मैं मर जाऊँगी.
मैंने कहा- ठीक है चाची, आप कहो तो छोड़ देता हूँ!

फिर मैंने मोहिनी चाची की चूत में अपना लंड डाला और हिलना चालू कर दिया. वो भी उठ गई और चिल्लाने लगी- बस कर राज बस कर!
पर मैंने एक ना सुनी और उनको चोदता रहा और करीब 10 मिनट में मेरा सारा पानी निकल गया.

मैंने मोहिनी चाची की चूत के ऊपर अपना पानी छोड़ दिया, फिर मैंने कहा- चलो अब हम साथ में नहाते हैं.
हम तीनों बाथरूम में गये, मैंने दोनों चाची की चूत को और गांड को अच्छे से रग़ड रग़ड के साफ किया और फिर उन्होंने मुझे नहलाना चालू किया. बड़ी चाची मेरे ऊपर के पार्ट को नहलाने लगी और छोटी चाची मेरे नीचे के पार्ट को साफ करना चालू किया.

हम लोग नहा कर बाहर आ गये और फिर मैंने पूरे दिन दोनों चाची को नंगी रखा. फिर हमने रात में भी सेक्स किया और 4 दिन जब तक घर वाले वापस नहीं आ गये तब तक हम लोगों ने खूब मस्ती की और फिर जब भी मौका मिलता, हम लोग चालू हो जाते.