mami ki choot ka ras pikar chudai • Kamukta Sex Stories

मामी की चूत का रस पीकर उनकी चुदाई की

सभी लंड धारियों को मेरा लंडवत नमस्कार और चूत की मल्लिकाओं की चूत में उंगली करते हुए नमस्कार। नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के माध्यम से आप सभी को अपनी स्टोरी सुना रहा हूँ। मुझे यकीन है की मेरी सेक्सी और कामुक स्टोरी पढकर सभी लड़को के लंड खड़े हो जाएगे और सभी चूतवालियों की गुलाबी चूत अपना रस जरुर छोड़ देगी।

मेरा नाम करन है और मैं बिजनोर का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 19 साल है। मेरा कद 5 फीट 9 इंच है और मैं देखने में स्मार्ट भी हूँ जिसकी वजह से मैंने अपने कॉलेज की तीन लड़कियों की चुदाई कर चूका हूँ। मैंने कई बार चुदाई की है लेकिन जिस तरह मैंने अपनी जवान मामी की चुदाई की उस तरह से किसी की चुदाई नही कर पाया था। आज मैं आप सभी उसकी चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूँ जिसकी मैंने कभी उम्मीद भी नही की थी। दोस्तों मेरा हमेशा से ही सेक्स कहानियां पढने में बहुत ही रूचि रही है और यही कारण है की आज मैं आप सभी को अपनी कहानी बता रहा हूँ।

दो महीने पहले की बात है मेरा एग्जाम खत्म हो गया और मैं हर साल की तरह इस बार कुछ दिनों की छुट्टी मानाने के लिए अपने मामा के घर चला आया। मुझे अपने मामा का घर बहुत ही अच्छा लगता है क्योकि उनका घर बहुत ही बड़ा और हर चीज की व्यवस्था है। वहां पर मेरे मामा, मम्मी उनकी बेटी और नाना, नानी रहते है। मेरी मामा की बेटी प्रिया देखने में जितनी सुन्दर उसका फिगर और उसकी बॉडी उतनी की मस्त कभी कभी तो मेरे मन में उसकी चुदाई का ख्याल आता है लेकिन वो मेरी बहन लगती है इसीलिए मैंने अपने आप को रोक लेता हूँ। मेरी मामी भी देखने में बहुत ही हॉट लगती है उसका गोरा और कोमल बदन, बड़ी बड़ी आंखे और उभरी हुई चूची जो देखने में बहुत ही मस्त लगती है। प्रिया और मामी दोनों को अगर साथ में खड़ा कर दो तो ऐसा लगता है जिसे दोनों बहन है लगता ही नही है कि वो मामी की बेटी है। मैंने मामी को कभी भी चुदाई की नजर से देखा ही नही था लेकिन जब मेरे लंड में मामी की चुदाई करना लिखा हुआ था तो उसको कोई कैसे बदल सकता था।

मुझे मामी के घर आये हुए एक हफ्ता हो गया था, मामा और नाना को काम से सिलसिले में दिल्ली जाना था वो लोग दिल्ली चले गये और अब घर में – मैं, मामी ,नानी और प्रिया बचे थे। उस दिन मैं टीवी देख कार बोर हो गया तो किचन में मामी के पास गया सोचा उनके ही कुछ देर बात कर लेता हूँ। जब मैं वहां पहुँचा तो मैंने देखा मामी खाना बना रही थी। मैंने चुपके से उनकी आंखे बंद कर ली। तो मामी ने कहा – प्रिया मुझे खाना बनाने दो परेशान मत करो। मैंने उनकी आंखे खोल दी, तो मामी में कहा – तुम हो मुझे लगा प्रिया है वो हमेशा ऐसा ही करती है।

उन्होंने कहा – तुम यहाँ कैसे आ गये। तो मैंने कहा – टीवी देख कर बोर हो गया था और प्रिया भी नही दिख रही थी तो मैंने सोचा आप के पास ही चलता हूँ। मामी आटा गूँथ रही थी, उनके दोनों हाथो में आटा लगा हुआ था और उनकी काले बाल उसके चहरे को परेशान कर रही थी। तो मैंने अपने हाथ से मामी के बाल को पीछे कर दिया। तो मामी ने मुझसे कहा – क्या बात है तुम मेरा बहुत ख्याल रख रहे हो। नही ऐसी कोई बात नही बस मुझे लगा बाल को पीछे कर देना चाहिए तो कर दिया। मैंने मामी को पहली बार इतने पास देखा था और उनकी गाल को भी पहली बार ही छुआ था उनका गाल बहुत ही कोमल और सॉफ्ट था।

धीरे धीरे मैंने टीवी देखना ही बंद कर दिया और जब भी टाइम मिलता तो मामी से ही बात करता। एक तरफ उनकी बेटी और एक तरफ वो मैंने दोनों से खूब बात करता। एक दिन मैं उनसे बात कर रहा था तो मामी ने मुझसे कहा – अच्छा सच सच एक बात बताओ। मैंने कहा – क्या पूछो?? तो उन्होंने कहा – तुम देखने में इतने स्मार्ट हो तुम्हारी गर्लफ्रेंड तो होगी ये तो पक्का है। तो मैंने मामी से बिना कुछ छुपाये उनसे कहा – हाँ पिछले साल की बात एक गर्लफ्रेंड थी लेकिन उससे मेरा ब्रेकअप हो गया। दोस्तों सबसे अजीब बात पता है क्या हुई यही सवाल मुझसे प्रिया ने भी मुझसे पूछा था। मैं समझ नही पा रहा था आखिर हो क्या रहा है।

उस दिन रात में मैंने अपने कमरे में सोने जा रहा था तभी मामी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया, वो अपने कमरे में अकेली थी और उन्होंने लाल रंग की मैक्सी पहने हुई थी जिसमे वो जहर लग रही थी। पहली बार मेरे मन में उनकी चुदाई का ख्याल आया और मेरा लंड खड़ा हो गया। मैंने अपने लंड की पकड़ लिया और मामी से बात करने लगा। बातो ही बातो में मामी ने अपने हाथ को मेरे पैर पर रख दिया और मुझसे बात करने लगी, मेरा लंड खड़ा था और मेरी नजर मामी की चूची पर ही थी जो की बिल्कुल उभरी हुई थी मैक्सी में।

कुछ दे बात करते करते मामी ने अपने हाथ को मेरे लंड तक पहुंचा दिया और मेरे लंड को सहलाने लगी। मैं समझ नही पाया की मामी की चुदाई करू या न करूँ। तो उस वक्त मैं वहां से उठ कर चला आया और बाथरूम में मैंने पहले मुठ मारा और पछताने लगा अच्छा मौका था चुदाई करने का और मामी भी मुझसे चुदना चाहती थी, मैंने खुद से कहा – बेवकूफ है तू।

मैंने सोचा चलो मामी की आज चुदाई ही करता हूँ। मैंने बाथरूम से सीधे मामी के कमरे में चला आया और दरवाजा बंद कर लिया। मामी भी समझ गई कि आज उनकी चुदाई जोरो से होने वाली है। मैंने बिना कुछ कहे मामी को अपने बाँहों में भर लिया और उनके पूरे बदन पर अपने हाथो को सहलाने लगा। कुछ ही देर में मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा और मैंने मामी की उभरी हुई चूची को मसलने लगा और उनके गाल को चूमने लगा। धीरे धीरे मामी भी और जोश में आने लगी और उन्होंने मुझे जोर से जकड़ लिया और मेरे होठ को चुमते हुए पीने लगी। मामी जिस तरह से मेरे होठ को चुम रही थी ऐसा लग रहा हो जैसे वो पहली बार किसी को किस कर रही हो। मैंने भी मामी को लाल और पतले से होठ को पीने लगा और उनकी चूची को जोरो से मसल रहा था। कुछ ही देर में, मैं मामी के होठ को काटने लगा जिससे मामी और भी उत्तेजित होने लगी।

बहुत देर तक मामी को किस करने के बाद, मैंने मामी की मैक्सी को निकाल दिया। उन्होंने काला ब्रा और पैंटी पहना हुआ था जोकि उनकी गोरी चमड़ी पर बहुत अच्छी लग रही थी। मैने अपने हाथ से उनकी चूची को को स्पर्श करते हुए उनकी काले रंग के ब्रा को निकाल दिया, और उनकी चूची की भूरे रंग के निप्पल को मसलने लगा और उनकी निप्पल को पीने भी लगा। जब मैं मामी की गोर गोर और मस्त चुचियों को दबाकर पी रहा था तो मामी को काफी मज़ा आ रहा था और वो मुझसे कहने लगी मजा आ रहा है और अच्छे से पियो मेरी चूची को।

कुछ देर मैंने उनकी चूची को दबा दबा कर पीता रहा और फिर मैंने उनकी चूत को सहलाते हुए मामी को और भी कामुक करने लगा जिससे मामी मुझसे और भी चिपकने लगी। और वो अपने हाथो से मेरे मोटे और 8 इंच के मोटे लंड को सहलाते हुए मेरे लंड को बाहर निकाल लिया और उससे खेलने लगी।

बहुत देर तक मैं उनकी चुचियों के साथ खेलता रहा। कुछ देर मैंने मामी से कहा – क्या आप मेरे लंड को चुसना चाहोगी??

तो मामी ने तुरंत हा कर दिया और मेरे पैरो के पास अपने घुटनों पर बैठ गई और मेरे लंड को पहले कुछ देर अपने हाथो से सहलाने लगी जिससे मेरे लंड धीरे धीरे और भी कड़ा हो गया। फिर मामी ने मेरे लंड को अपने मुह में लिया और मेरे मोटे लंड को चूसने लगे। मेरा मोटा और काला लंड तो उनके मुझे में भी ठीक से नही आ रहा था लेकिन फिर भी वो मेरे लंड को बड़े मस्ती में चूस रही थी। कुछ देर बाद मैंने उनके बाल को पकड़ लिया और और अपने लंड को उनके मुह में डालने लगा। मुझे काफी मज़ा आ रहा था। और जब मैंने अपने लंड को मामी के मुह में ज्यादा डाल देता तो उनके आँखों में आसूं आ जाते।

मामी ने बहुत देर तक मेरे लंड को चूसा। उसके बाद मैंने मामी को किस करते हुए उनको बेड पर लिटा दिया और फिर उनके काली पैंटी को भी निकाल दिया। उनकी काली पैंटी निकालने के बाद मामी का पूरा खजाना मेरे सामने था उनकी चूत बिलकुल साफ़ था उन्होंने अपने बाल साफ कर रखे थे। उनकी गुलाबी चूत देखने में बिलकुल टाईट थी। मैंने मामी से कहा आप चुदने के लिए तैयार हो ??? मामी मेरी तरफ मुस्कुराते हुए देखा और हामी भरी।

मैंने अपने लंड को निकाल कर बाहर किया और अपने लंड में थोडा सा थूक लगा कर उनकी चूत को सहलाते हुए उनकी चूत में भी थोडा सा थूक लगाया और अपने लंड को उनकी चूत पर सहलाते हुए पहले धीरे से अपने मोटे और बड़े से लंड को उनकी चूत में डाला ऐसा लग रहा था जैसे बिना सील टूटी हुई चूत है। मामी की चूत बहुत टाईट थी लेकिन जब मैंने अपने लंड को मामी की चूत में डाला तो मामी की चूत फ्रैलने लगी और मामी दर्द से अपने कमर को तान कर उठा दिया। मैंने मामी की कमर को जोर से पकड लिया और मामी की जोरो से चुदाई करना शुरु कर दिया।

मैंने अपने लंड कोई मामी की चूत में जोर जोर से डालने लगा और मामी दर्द से चिखने लगे। मेरा मोटा लंड उनकी चूत को फाटे हुए अंदर बाहर हो रहा था, और मामी दर्द से ..आह… आह … उं ऊं उ उ… उफ़ उफ़ उफ़ …. अहह अहह अहह…. ….ओह माँ माँ माँ…. आऊ… आऊ…..हमममम अहह्ह्ह्हह…… ….हा हा हा उउउहह.. आआअहह….करके आहें भरने लगी।

बहुत देर तक चुदाई करने के बाद जब मेरे शुकार्णु निकलने वाले थे तो मैंने अपने लंड को बाहर निकाल लिया और अपने लंड को पकड कर मुठ मरते हुए मैंने अपने पूरे माल को बाहर निकाल दिया।

चुदाई के बाद मैंने कुछ देर तक मामी से बात की, मामी ने मुझे बताया कि तुम्हारे मामा अब मेरी चुदाई ही नही करते है जिससे मैंने चुदने के लिए तड़प रही थी। और तुमने मेरी प्यास को बुझाया। उसके बाद मैं जितने दिन वहा था मैं हर रोज मामी की प्यास को बुझाता था। और एक रात तो मैंने प्रिया की प्यास को बुझाया जब वो मुझसे चुदना चाहती थी।