sex ka anutha safar • Kamukta Sex Stories

सेक्स का अनूठा सफर

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोशन है और में गुडगाँव की एक कंपनी में जॉब करता हूँ। वैसे तो में अपने काम को लेकर काफ़ी सिन्सियर हूँ, लेकिन बोलते है ना जो होना होता है वो हो ही जाता है। ये स्टोरी मेरी और मेरी कज़िन की है, जो कि लगभग 2 साल पहले की है। अभी उसकी शादी हो चुकी है, वो बेंगलूर शिफ्ट हो चुकी है, उसका नाम निम्मी है। वैसे तो शुरू से हम दोनों के दिल में एक दूसरे के लिए कुछ ग़लत नहीं था। उसने अपना ग्रेजुयशन कंप्लीट किया और उसको भी गुडगाँव में जॉब मिल गयी थी। अब सब खुश थे कि में यहाँ हूँ, तो यहाँ निम्मी को कोई प्रोब्लम नहीं होगी। फिर मैंने उससे बोला कि जब तक तेरा सब सेट ना हो जाए तू मेरे साथ रह ले, फिर एक दो महीने में आराम से कहीं फ्लेट ले लेना, तो वो तैयार हो गयी।

अब हमारी शिफ्ट टाइमिंग अलग-अलग होने की वजह से हम एक दूसरे को ज्यादा टाईम नहीं दे पाते थे, बस थोड़ी बहुत बातें और कुछ नहीं था। फिर लगभग 2 हफ्ते के बाद मैंने सोचा कि बेचारी अकेली बोर हो जाती है, तो मैंने उसके वीक ऑफ पर अपना वीक ऑफ ले लिया। फिर वो बोली कि मुझे दिल्ली देखना है, तो मैंने कहा कि ओके नो इश्यू। फिर शनिवार की सुबह में उठा और उससे बोला कि तैयार हो जा, तो वो कुछ टाईम के बाद तैयार होकर आई, उसने नॉर्मल सूट पहन रखा था, लेकिन काफ़ी टाईट था। मैंने पहली बार नोटीस किया था कि वो रियली में काफ़ी फिट है और सुंदर भी है। फिर मैंने हंसते हुए कहा कि यार प्यारी लग रही हो, लोग ये समझेगे कि तुम मेरी गर्लफ्रेंड हो। तो उसने कहा कि कोई ना, आप भी तो हैंडसम हो।

फिर हम लोग घर से निकल गये और पूरा दिन दिल्ली घूमे लालकिला गये और वहाँ से कनोट प्लेस भी गये और फिर शाम को वापस घर आ गये। अब वो बहुत थक गयी थी, तो मैंने उससे कहा कि तू फ्रेश हो जा में पिज़्ज़ा मंगा लेता हूँ। फिर हमने पिज़्ज़ा खाया और ऑफीस की बातें करने लगे। फिर उसने बताया कि यहाँ सब ठीक है, लेकिन यहाँ के लड़के उसे ऐसे घूरते है जैसे खा जाएगे। तो मैंने हंसकर कहा कि कोई ना में हूँ ना, डोंट वरी। फिर उस दिन पहली बार हम दोनों ने ढेर सारी बातें की, फिर उसने मुझसे पूछा कि आपके तो पक्का कोई गर्लफ्रेंड होगी? तो मैंने बोला कि हाँ यार थी, लेकिन अभी नहीं है। इस तरह हमने अपनी बातें ख़त्म की और वो सोने चली गयी। फिर इसके बाद में अक्सर यही ट्राई करता कि हम दोनों साथ में ज्यादा टाईम स्पेंड करे। फिर इसके बाद मैंने उसे भी अपने फ्लेट से थोड़ी ही दूरी पर फ्लेट दिलवा दिया, अब हम मिलते भी थे और बातें भी करते और शाम को स्पेशली मिलते थे।

फिर एक दिन रात में 1 बजे अचानक उसका मैसेज आया कि आप जाग रहे हो, तो मैंने कहा कि हाँ, फिर कुछ इस तरह हमारी बातें शुरू हुई जो हमें सेक्स तक ले गयी।

निम्मी : नींद नहीं आ रही है।

में : क्यों?

निम्मी : पता नहीं।

में : यार बॉयफ्रेंड बना लो तुम्हारा अच्छे से टाईम कट जाएगा। (मज़ाक में बोला)

निम्मी : अच्छा जी, आप हो ना फिर बॉयफ्रेंड की क्या ज़रूरत है?

में : मैंने कहा कि यार फिर भी तमाम चीजे होती है, आई थिंक यू कैन अंडरस्टॅंड।

निम्मी : यस, लेकिन आप हो बस।

में : ओके, अच्छा सो जाओ।

निम्मी : ओके गुड नाईट और हाँ इस बार छुट्टियों पर हम साथ रहेंगे।

में : पक्का बाय।

फिर में सो गया, अब पहली बार मेरे ख्याल में आया की निम्मी रियली में काफ़ी खूबसूरत है। अब उसके फिगर के बारे में सोचकर मेरा लंड खड़ा हो गया था तो मैंने बाथरूम में जाकर मुठ मारा और वापस आकर सो गया। अब में सोच रहा था कि काश कुछ ऐसा हो जिससे मुझे वो चोदने को मिल जाए, क्योंकि गर्लफ्रेंड के ब्रेकअप के बाद मैंने काफ़ी समय से सेक्स नहीं किया था। फिर फाइनली वो शुक्रवार शाम को मेरे फ्लेट पर आ गयी और फिर हम नॉर्मल हाय हैल्लो के बाद बातें करने लगे। फिर मैंने अचानक उसे बोल दिया कि यार तुम इतनी खूबसूरत हो कि किसी का भी ईमान डोल जाए, तो वो शर्मा गयी और बोली कि अच्छा जी।

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फिर हमने खाना खाया और फिर एक सोफे पर बैठकर कॉफी पीते हुए मूवी देखने लगे। फिर उसने अचानक से पूछा कि आपका ब्रेकअप क्यों हुआ था? तो मैंने कहा कि यार उसके कुछ पर्सनल रीज़न थे इसलिए। फिर अचानक से उसने पूछा कि एक बात पूंछू आप गुस्सा तो नहीं होगें। तो मैंने कहा कि तू मेरी बहन तो है, लेकिन सबसे प्यारी दोस्त भी है समझी, पूछ। तो उसने कहा कि आपने उसके साथ सेक्स तो किया ही होगा, अब में यह सुनकर शॉक्ड हो गया था, लेकिन मैंने कहा कि हाँ किया था। फिर वो इधर उधर की बातें करने लगी। फिर अचानक से मैंने उससे पूछा कि तुमने कभी सेक्स किया है? तो वो शर्मा गयी और बोली कि नहीं। तो मैंने चिढ़ते हुए बोला कि देखकर तो नहीं लगता। फिर उसने कहा कि ऐसा क्यों? तो मैंने उससे कहा कि काफ़ी भरा हुआ शरीर है और ब्रेस्ट की तरफ इशारा किया, तो वो शर्मा गयी। अब पहली बार हम दोनों एक दूसरे से सेक्स की बातें कर रहे थे, तो हमारी धड़कने तेज चल रही थी। फिर अचानक से निम्मी बोली कि मैंने आज तक किसी बड़े मर्द का लंड नहीं देखा है, क्या जैसे छोटे बच्चों का होता है वैसे ही होता है? अब में यह सुनकर शॉक्ड था, लेकिन तभी मैंने ये सोचा कि शायद जो कमी इतने दिनों से थी अब पूरी हो जाए। फिर मैंने उससे कहा कि नहीं मेच्यूर का पेनिस बड़ा होकर लंड बन जाता है। तो निम्मी बोली कि सो चीप लंड ही ही ही।

फिर हम बातें करते-करते बेडरूम में आ गये। फिर उसने कहा कि आज आपके बेड पर सो जाऊं, तो मैंने कहा कि वाइ नोट। फिर हम दोनों बेड पर लेट गये, अब निम्मी का तो पता नहीं, लेकिन मेरा पूरा मूड सेक्स का बन गया था। फिर सोने के लगभग 2 घंटे के बाद मेरी आँख खुली, तो वो दूसरी साईड मुँह करके लेटी थी। फिर मैंने कुछ सोचते हुए उसे पीछे से हग कर लिया और अपने हाथ को जहाँ से बूब्स शुरू होता है, वहाँ रखा और उसे कसकर हग किया। अब मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था और मेरे पजामे के अंदर से उसकी गांड पर हल्का-हल्का रगड़ने लगा था। फिर उसने अपनी आँखे खोली और धीरे से बोली कि लग रहा गर्लफ्रेंड की याद आ रही है। फिर मैंने उसके कान में कहा कि हाँ और फिर मैंने धीरे से अपना हाथ उसके बूब्स पर रखा और सहलाने लगा और पीछे से उसकी गर्दन पर किस किया। अब ये सब उसके साथ पहली बार था तो वो ज्यादा गर्म होने लगी थी।

फिर जब मैंने ये देखा कि अब निम्मी एकदम अपोज़ नहीं कर रही है, तो मैंने सीधे अपना हाथ उसकी टी-शर्ट में अंदर डाल दिया, उसके इतने सॉफ्ट बूब्स थे कि क्या बताऊँ? अब हम दोनों बोल तो नहीं रहे थे, लेकिन एक दूसरे की फिलिंग समझ रहे थे। फिर अचानक से निम्मी मेरी तरफ मूडी और मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए, शायद अब हमारे बीच की जो बची हुई दूरियाँ थी उससे ख़त्म हो गयी थी। अब हमारे हाथ एक दूसरे से जिस्म पर चलने लगे थे। फिर मैंने उससे कहा कि लंड देखोगी? तो उसने कहा कि हाँ। तो फिर मैंने उसका हाथ ले जाकर अपने पजामे के अंदर रखा। तो वो बोली कि इतना बड़ा, तो मैंने कहा कि हाँ। फिर वो बोली कि आप सच्ची बताओ यही लड़की के अंदर जाता है क्या? तो मैंने कहा कि हाँ, तुम्हें टाईम आने पर सब पता चल जाएगा। इसके बाद मैंने उसके सारे कपड़े एक-एक करके उतार दिए। फिर उसने पूछा कि क्या ये सही है? तो मैंने कहा कि चाहत को दबाना ग़लत है। उसके बाद मैंने उसे प्यार से किस किया और उसके बूब्स को अच्छे से सक किया और उसकी चूत को भी बहुत चाटा। फिर फाइनली इट वाज़ माई टर्न, फिर मैंने उससे कहा कि मेरा लंड सक कर दो। तो वो बोली कि प्लीज अभी सक मत करवाओ, तो फिर मैंने भी उसे ज्यादा फोर्स नहीं किया।

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अब ये उसका फर्स्ट टाईम था, तो मैंने सोचा कि प्यार से करूँगा। फिर मैंने उसे सीधा लेटने को बोला और अपने लंड पर थोड़ा सा थूक लगाया और उसकी चूत के छेद पर रखा। फिर अचानक से निम्मी बोली कि दर्द तो नहीं होगा ना। तो मैंने कहा कि बस थोड़ा सा और अचानक से एक धक्का दे दिया, उसकी चूत बहुत गीली थी, तो मेरा लंड लगभग उसकी चूत के अंदर चला गया था। अब वो चीखी नहीं थी, लेकिन उसकी आँखों में आसूं आ गये थे। अब में प्यार से उसके ऊपर लेट गया और धीरे-धीरे आगे पीछे करने लगा। अब इसी तरह से अगले 5-7 मिनट में मेरा पूरा लंड फाइनली उसकी चूत के अंदर था, शी वाज़ रियली वेरी ब्रेव। अब उसकी आँखो से आँसू गिर रहे थे, लेकिन वो रो नहीं रही थी।

फिर इसके बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उसके थोड़ी देर के बाद वो झड़ गयी। लेकिन अब मेरा झड़ा नहीं था, मेरा लंड हमेशा से टाईम लेकर झड़ता है। फिर इसके बाद मैंने भी स्पीड बढ़ा दी और निम्मी के अंदर ही झड़ गया। फिर थोड़ी देर तक हम हग करके लेटे रहे, फिर जब मेरा ध्यान चादर पर गया तो पाया कि हमारे स्पर्म और उसके खून से चादर गंदी हो चुकी थी। फिर में चादर को बाथरूम में लेकर गया और उसे अच्छे से साफ किया और उसे बाल्टी में भीगो दिया। फिर जब में वापस आया तो उसे बहुत दर्द हो रहा था और खून भी नहीं रुक रहा था। फिर उसके बाद निम्मी ने अपनी चूत पर कुछ ख़राब कपड़े रखे जिससे और चादर ना खराब हो और उसके कपड़े भी ख़राब ना हो और दर्द कि गोली खा कर सो गयी। इस तरह हमारा फर्स्ट सेक्स हुआ, इसके बाद 2 दिन तक वो मेरे घर पर ही रुकी और हमने सेक्स में कई स्टाइल ट्राई किए ।।

धन्यवाद …