सिस्टर को मुंबई लाकर चोदा • Kamukta Sex Stories

सिस्टर को मुंबई लाकर चोदा

मेरा नाम राहुल 24 ईयर अनमॅरीड पिछले 3 ईयर से मुंबई (थाने) रह रहा हू. मैं 2 साल बाद जन्वरी मे अपने गाओं यूपी गया था जहा की मेरी फॅमिली बिग ब्रदर (33) मा पापा भाभी एंड मेरी एल्डर सिस्टर रचना (21) सब रहते है मैं पूरे 2 ईयर बाद विलेज गया था पर देसी कहानी का मुझ पर खूब रंग चढ़ा था मैं मुंबई मे ही अपनी बहन को सोच कर कई बार पानी बहा चुका था की काश मेरी बहन भी ऐसी हो मिल जाए तो क्या कहना मेरी बहन खूब गोरी हैं जब मैं गाओं से आया था तो बुब्स उत्ते बड़े नही थे पर अब वापस गया था तो क्या बुब्स थे क्या कहना 34 साइज़ देख कर ही मज़ा आ गया भैया क्या काहु

मैं शहर मे अक्सर सेक्स स्टोरी पढ़ते समय सोचता था की मेरी सिस्टर भी गाओं मे किसी से चुदवा रही होगी और मैं इधर हिला रहा यहा और गाओं पहुच कर मेरी बात की पुष्टि हो गयी जब मैने उसके मोबाइल मे उसके बीएफ के मेसेज देखे पर मैं गाओं मे था कुछ पूछ नही सकता था पर चोरी चोरी बीएफ से उसका बात करना बड़े बूब बदले रंग ढंग सब कहानी कह चुके थे

मैने कई बार सोचा स्टोरी मे से फंदे आजमा कर कुछ खुद का भी जुगाड़ भिड़ाए पर आख़िर वो मेरी बहन थी डर जाता था मेरी बहन बवालना कराडे अब घर मे ही रहते थी तो मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया क्यू ना रचना को मुंबई चलने को तैयार कर लू वाहा बात बन सकती हैं उसको घुमाने के बहाने राज़ी भी कर लिया मम्मी पापा भी बोले ठीक हैं ले जाओ क्या पता शादी के बाद कभी जाना हो या ना हो कहाँ और तुम्हारे लिए भी कुछ महीने आराम हो जाएगा बिकॉज़ मैं मुंबई मे रूम लेकर अकेला रहता हू मुझे ही खाना बनाना पड़ता हैं एक प्लस पॉइंट और था मेरा मेरी बहन का कुछ हेल्थ प्राब्लम थी तो मैं बोला वो भी वही दिखा देगे किसी आछे हॉस्पिटल मे सारी बात दान दनादन हो गयी अपना दिल तो बल्ले बल्ले कर रहा था डेट फिक्स करके फेब्रुवरी मे मुंबई आ गये

एक वीक बीत गया मैं अभी भी डाइरेक्ट ना कुछ कह पा रहा था ना कुछ ऐसा कर पा रहा था फिर मेरे कमीने माइंड मे एक ख्याल आया रचना के पास मोबाइल नही था वो घर छोड़ आई थी वो घर मे अकेली रहती थी मेरे काम पर जाने के बाद सो उसे उसकी ज़रूरत भी तो सो मैने लावा का एक सस्ता सा फ़ोन खरीदा जिसमे ऑटो कॉल रेकॉर्डिंग फेसलीटी थी मुझे मालूम था रचना को कॉल करना मेसेज से ज़्यादा कुछ मालूम ना था और उसे दे दिया बिकॉज़ उसकी मेमोरी कार्ड मैं पास्वोर्ड से ब्लॉक कर दिया उसे बताया जल्द ही ओपन करवा दूँगा ऐसे ही यूज़ करो उसे ऑटो कॉल रेकॉर्ड के बारे मे मालूम नही था मेरा आइडिया काम कर गया मैने एक वीक बाद मेमोरी कार्ड निकाला क्यूकी मैं उसे खूब खुलने का मौका देना चाहता था वही निकाला गाओं मे मेरी बहन के 3 लड़को से सेक्स रीलेशन शिप था और उसने खूब बाते की थी गंदी गंदी उनसे साथ ही कहा था मुझे भी तुम्हारी ज़रूरत महसूस हो रही मैं ज़्यादा दिन यहा नही रूकुगी जल्द वापस आ जाउन्गि……

भैया सब सुनके मज़ा आया अब पूरी बात सलीके से बताए तो कहानी बड़ी हो जाएगी सो शॉर्टकट अपना रहा……. मैने ये सब जब रचना को सुनाया तो वो स्तब्ध रह गयी क्या कहती उस दिन मैने कुछ ना बोला खाना खा कर दोनो सो गये अगले दिन सुबह भी काम पर चला गया फिर रात मे आया तो रचना मुझसे नज़रे नही मिला रही थी तो मैने कहा रचना क्या हुवा आज तुम कुछ बोल नही रही वो चुप थी….. मैने यही सही मौका समझा मैने कहा जाने दो मैं थोड़ी तुम्हे कुछ कह रहा लॅंड चूत चुदाने के लिए ही बने हैं डॉन’ट माइंड मैं तो बस इतना पूछना चाहता हू क्या तुम्हे सचमुच उन लड़को की ज़रूरत महसूस हो रही हैं सेक्स के लिए तड़प रही तो मेरे बारे मे भी सोचना इतना सुनकर वो चौक कर मुझे गौर से देखने लगी …..

मैने कहा रचना मैं भी तुम्हारे साथ चुदाई करूगा अब वो बोली नही भाई हम भाई बहन हैं ये ग़लत है तो मैने कहा जो तुमने किया हैं क्या वो सही है और फिर हम खाने बैठ गये अब तक दोनो खामोश थे….. बेकोज़ मैं भाड़े पर रहता था तो एक ही बेड था आज तक रचना ज़मीन मे सोती थी मैं बेड पर खाना खाने के बाद बोला रचना आज तुम भी मेरे साथ बेड पर रहोगी वो बोली नही मैं ज़मीन मे ही ठीक हू…. और मैने ज़बरदस्ती ज़िद की तो आकर वो लेट गयी….. पर पहल अब भी मैं नही कर पा रहा था कुछ देर बीतने के बाद मुझे लगा अब रचना सो गयी होगी तो मैने उसे टटोलने लगा मैने आहिस्ता से उसके सलवार का नडा खोलकर नीचे कर दिया वैसे वो जाग रही थी पर ये उसकी सहमति थी हालाकी ये बात मुझे उसने बाद मे बताई और फिर वही हुवा जो दो जवा दिलो के बीच होता है वासना का खेल….

मैं उसे किस कर रहा था जब उसने जगाने का आक्टिंग किया बोली भाई ये ग़लत हैं कुछ देर तक उसने प्रतिरोध भी किया अंत मे वही हुवा जो होना था अब हम दोनो हर रोज चुदाई करते कुछ दिन बाद मैने उसे लॅंड चूसने को कहा वो रंडी ना बोल रही थी पर फोर्स किया और मैने उसकी चुत सक किया फिर उसने मेरा लॅंड भी चूसा पिछले महीने 18 तारीख को वो गाओं लौट गयी अब मेरे पास लॅंड हिलाने के अलावा कोई विकल्प नही अगर मुंबई मे कोई आंटी चुदना चाहे तो मुझे मैल करे कसम से ऐसी चुदाई सकिंग करूगा पूरी लाइफ ना भूलॉंगे मैल मी प्लीज़ . कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट्स मे ज़रूर लिखे, ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सके – डीके