स्टूडेंट्स ने ब्लॅकमेल किया • Kamukta Sex Stories

स्टूडेंट्स ने ब्लॅकमेल किया

ही फ्रेंड्स मेरा नाम स्वाती है. मई एक प्राइवेट स्कूल मई टीचर हूँ. मई एक हिन्दी पढ़ती हूँ. और ये मेरी कहानी जो आज मई लिख रही हूँ वो इसलिए लिख रही हूँ क्यूंकी मूज़े आपकी मदात चाहिए. इस हादसे के वजःसे मूज़े कुछ समाज़ नही अरहा की मैने ये सही किया या नही इसलिए आप कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार ज़रूर लिखना. तो मई कहानी शूरू करती हूँ जैसे मैने आपको बताया की मई एक स्कूल मई हिन्दी की टीचर हूँ.

मेरी शादी हो चुकी है और मई 34 साल की हूँ. मूज़े एक लड़का है ** साल का है. मेरी हिगत 5.6 इंच है और रंग तोड़ा सावला है. मई अपनी शादीशुदा जिंदगी से बोहट खुश थी. मूज़े मेरे पातिसे बोहट प्यार मिलता है. पर अब उस हादसे के बाद मूज़े जैसे मई उन्हे धोका दे रही हूँ ऐसा लग रहा है.ये मेरे और मेरे क्लास के स्टूडेंट के बीच की कहानी है जिनको मई पढ़ती हूँ. वो 9त स्ट्ड के स्टूडेंट्स है पर 3 साल एक ही क्लास मई फैल हो रहे है. उनकी उमर 18 साल होगी.

बोहट बिगड़े हुए है स्कूल मई सबसे बदनाम है. उन तीनो की तिकड़ी पुर स्कूल मई फेमस है. ** साल के उमरसे ही उनको शराब जैसी गंदी आदते है. उनके मम्मी और पापा दोनो काम पे जाते है इसलिए उनपे कोई नज़र रखने के लिए नही था इसलिए वो बिगड़ गये है. अच्छे ख़ासे तगड़े दिखते है. मई उनपे ज़्यादा धन नही देती थी. वो हमेशा मेरे क्लास मई शोर मशेटी रहते. और हमेशा मुज़से उन्हे मार मिलती थी. पर उस दिन सब उल्टा हो गया.

हमारे स्कूल की पिक्निक गयी थी तीन दीनो के लिए. मई भी पहली बार पिक्निक मई जराही थी स्कूल के साथ और वो तीनो भी थे.हम रात को एक होटेल मई रुके हुए थे. वो होटेल बोहट अच्छा था जैसे किसी हिल स्टेशन पे हो. आस पास सभी ओर बोहट सारे पैड जैसे कोई घाना जंगल हो. हम सब शयम् के 6 बजे ही होटेल पोछ गये थे. लड़के और अदकियो के रूम अलग अलग थे. दो बड़े हॉल थे जहा हम सब रुक थे बाहर का नजारा बोहट अच्छा था.

मई बाहर का नज़ारा देखने के लिए होटेल के बाहर आई और होटेल के बगीचे मई घूम रही थी. तभी मेरी नज़र एक लड़की पर पड़ी वो रो रही थी. मैने गोर से देखा था तो वो हमारे स्कूल की सबसे अच्छी और ब्रिलियेंट स्टूडेंट थी. मई उसके करीब गयी और उसको पूछने लगी “क्या हुआ तुम रो क्यूँ रही हो?†उसने गार्डेन हिलाते हुए कहा “कुछ नही टीचर†“कुछ नही फिर रो क्यूँ रही हो मम्मी पापा की याद अराही है?

मैने पूछा तो उसने जवाब दिया “नही टीचर कुछ ऐसा कुछ नही है†फिर मैने पूछा “अरे बताओ डरो मत हम अभी स्कूल मई नही है तुम मूज़े अपनी फ्रेंड समाज़ कर बता सकती हो†वो कुछ बता ही नही रही फिर मैने पूछा “तुम्हे किसीने छेड़ा है क्या? अगर होगा तो बताओ मई उनसे निपटती हूँ†फिर उसमे थोड़ी हिम्मत आई और वो कहानी लगी “प्लीज़ टीचर आप किसीसे ये कहना मत नही तो मेरी बोहट बदनामी होगी†“नही मई किसिको नही कहूँगी†ये सुनने के बाद वो कहानी लगी “टीचर जब हम रास्ते मई बीच

मई रुक थे तो मई पेशाब के लिए एक पैड के पीछे गयी थी, जब हम होटेल मई आए तो आकशने मूज़े एक कोने मई लेके गया और उसने अपने मोबाइल मई मूज़े अपनी खुद की पेशाब करते हुए की क्लिप दिखाई और कहा मई जो कहता हूँ तुम्हे वो करना पड़ेगा नही तो ये क्लिप सभी स्कूल के स्टूडेंट को दिखौँगा और उपारसे कहा की अगर मई किसिको कुछ भी बतौँगी तो वो सब को दिखाएगा और ये कहते हुए मेरे शरीर को ना जाने कहा कहा हाट लगाया और मई कुछ नही कर पाई†मूज़े ये सुनकर हैरान हो गयी अगर मई

उनको सबके सामने कुछ कहूँगी तो उस लड़की की बदनामी होगी और अगर मई कुछ करूँगी नही तो भी वो उसके साथ ना जाने क्या करेंगे मई बोहट ही दुविधा मई थी. मैने उसको पूछा “हन तो उनकी शर्ते क्या है?†वो कहने लगी “टीचर उन्होने रात को 11 बजे के बाद मूज़े इस बगीचे मे एकएले बुलाया है अगर नही आई तो वो क्लिप सभी लड़को को दिखय गा प्लीज़ टीचर मूज़े उनसे बचाओ†मैने उसे होसला देते हुए कहा “कुछ नही होगा तुम घबराव मत हम कुछ ना कुछ कर लेंगे†वो मुज़से कहानी लगी

प्लीज़ टीचर ये बात आप किसिको बताना मत नही तो मेरी बोहट बदनामी हो जाएगी†मैने कहा “नही मई किसिको नही बतौँगीâ€फिर हम वाहा कुछ देर बैठे फिर मैने एक तरकीब निकली मैने उससे कहा “उसने तुम्हे रात को बुलाया है ना हम जाएँगे दोनो जाएँगे मई खबर लेती हूँ उसकी आज देखती हूँ क्या करता है तुम्हारे साथ घबराव मत मई तुम्हारे साथ हूँ†वो कहानी लगी “थॅंक्स टीचर थॅंक योउ वेरी मच!â€फिर हम होटेल

मई आए और ऐसा दिखाया की कुछ हुआ ही नही मैने भी किसिको कुछ नही बताया रात का खाना होने के बाद सुबह जल्दी जाना था इसलिए साब 9 बजे ही सो गये थे. जैसे ही 10.30 हुए हम दोनो दबे पाव उठके बाहर चले आए और बगीचे की तरफ निकल गये होटेल के लोग भी सो गये थे हम होटेल के बाहर आए और बगीचे मई बैठ गये बगीचे मई रोशनाई थी हम एक पैड के नीचे थे मैने उसको वही बैठने को कहा और मई मई बगीचे के

ही पादो के अंदर चिप गयी 11 बजने को थे तभी वो लड़का आया और लड़की को देखकर हासणे लगा मूज़े लगा अच्छा मौका है मई ज़्ादियो के बीच से बाहर आई और उसके सामने खड़ी हो गयी. वो थोड़ी देर के लिए दर गया पर बाड़मे मूज़े भी देख कर हासणे लगा. अब उस लड़की के साथ मूज़े भी दर लगने लगा था. मई कुछ काहू की पीछेसे मूज़े किसीने पकड़ लिया और मेरी गार्डेन पे एक चाकू रख दिया और कहने लगा “अगर थोड़ी भी आवाज़ करोगी तो गार्डेन काट डालूँगा†मई चाकू देखकर बोहट दर गयी.

मेरे ज़ुबनसे कुछ बाहर ही नही पद रहा था जैसे मूज़े कोई साप सूंघ गया हो. और मेरे सामने और एक लड़का आके खड़ा हो गया वो उन तीनो मैसे एक था. मूज़े पकड़ने वाला भी उन्मैसे ही था. फिर उसमएसए एक ने ह्यूम इशारा करके उसके साथ लेके जाने लगा मई तो बोहट दर गयी थी पसीना पसीना हो गयी थी. फिर वो लोग हम दोनो को एक सुंसान जगह पे ले आए और कहने लगे ये जगह ठीक है.

और उस्मैसे एक ने मूज़े कहा “टीचर आपको इसके बीच मई नही पड़ना था खंखा आपको अब तकलीफ़ होगी.†तो दूसरे ने कहा “अरे यार वो सच ही कहते है अँधा मगता है एक आँख भगवान देता है दो आँख हुमको तो बस एक लड़की चाहिए थी लेकिन उसके साथ दूसरी भी मिल गयी†उनकी बात सूंकर मई और दर गयी मूज़े समाज़ मई अरहा था की उनका इरादा क्या है. तभी उन्होने उस लड़की की ओढनी कीची और मूज़े पकड़ने वेल के पास फैंक दी और मेरे हाट बाँधने को कहा मई चली थी उस लड़की को बचाने पर खुद ही इस्मै फस गयी थी.

उसने मेरे हाट बाँध दिए और मेरे मूह मई रुमाल दल दिया की मई कुछ आवाज़ ना कारू. आवाज़ करने से भी कुछ फयडा तो होने वाला नही थी क्यूंकी वो ह्यूम ऐसे जगह ले आए थे की वाहा कोई जानवर भी नही था. मूज़े एक जगह बिताया और मेरे साथ उन्मैसे एक बैठ गया. अब उनका असली खेल शुरू हो गया था. उसमएसए एक संध्या के पास गया और कहने लगा “देख साली अगर चुपचाप करने देगी तो किसिको पता नही चलेगा अगर चिल्लाई तो यहा ही ख़त्म कर दूँगा.â€

वो बेचारी तो पहलेसे ही बोहट डारी हुई थी वो कुछ कह भी नही पा रही थी. हमारी हालत देखकर वो लोग खुश थे की हम उनसे डरे हुए थे ह्यूम मालूम था की वो लोग बोहट ख़तरनाक है क्यूंकी वो काई बार स्कूल के बाहर झगड़ा कर चुके है और उन्होने ने कुछ का तो सर भी फोड़ा था.
उसने अपनी पंत उतेरी और आधा ही नगा हो गया शर्ट पहनी थी और नीचे नंगा था. मूज़े उसका लॅंड दिख रहा था.

वो बोहट कालसा और बालोसे घिरा था. लेकिन खड़ा हो गया था ज़्यादा लंबा नही था. पर उस लड़की के लिए काफ़ी था. फिर उसने संध्या की सलवार उतरी और उसे नीचे लेट जाने को कहा वो बोहट दर गयी थी वो चुप छाप वही कर रही थी जो वो चाहते थे मई उसे कुछ कह भी नही पा रही थी उन्होने मेरा मूह जो बंद किया था. फिर उसने संध्या को उसके कपड़े निकालने को कहा उसने वैसे किया भी और पूरी नंगी हो गयी संध्या अभी ज़्यादा बड़ी भी नही थी

** साल की ही होगी वो गोरी थी स्कूल मई सबसे सनडर लड़की थी उसके छोटे छोटे बूब्स और उसके उपर जैसे आइस्क्रीम के उपर चेरी रखी हो वैसे ब्राउन कलर के निपल लग रहे थे. वो नीचे लेट गयी फिर आकाश उसके टॅंगो के बीच आगेया और उसकी टाँगे अपनी हातो मई लेके उसको फैला दी. वो बोहट डारी हुई थी और रोभी रही थी इसकी ज़िम्मेदार भी मई ही थी मेरे वजःसे ही वो यहा आई थी. मूज़े बोहट बूरा लग रहा था मेरे भी आँखोसे आँसू निकालने लगे.

तभी संध्या की चीख निकली वो अब वर्जिन नही रही थी ये देखकर आकाश ने कहा “अर्रे राकेश यार ये तो सील पॅक तों था†“यार बोहट मज़ा आएगा अब तो इसे छोड़ने मई†संध्या की छूटसे खून निकल रहा था आकाश उसको छोड़ रहा था और वो चिल्ला रही थी आकाश ने उसके मूह पर हाट रखा और छोड़ ही रहा था. ये सब देखकर बाकी दोनो उत्तेजित हो गये थे और उंमेसए एक का ध्यान मेरे उपर गया वो मेरे पास आया और मेरे ब्लाउस के बाट्टों खोल कर ब्रा के अंदरसे मेरे बूब्स बाहर निकल दिए और अपने जेब से उसका मोबाइल

निकाला और मेरा म्‍मस निकालने लगा मई कुछ कर भी नही सकती थी क्यूंकी उन्होने मेरे हाट जो बँधे थे. फिर उसने मूज़े क्लिप दिखाई और कहा “अब तुम भी किसिको कहोगी तो तुम्हारी भी क्लिप हमारे पास हैâ€और उसने मेरी मूह के अंदर का रुमाल निकाला मैने थोड़ी साँस ली और कहने लगी “देखो ये तुम बोहट ग़लत कर रहे है हो ये ठीक नही है प्लीज़ हुमारे साथ ऐसा मत करो†वो कहने लगा “हुँने तो आपको यहा बुलाया भी नही था आप खुद ही आगाई अपनी छुड़वाने ना आप यहा इसके साथ आती और ना हम आपको कुछ करते

अगर हुँने आपको कुछ किया नही तो आप हमारी कोंल्ेनट ज़रूर करोगी तो सॉरी टीचर अब आपको भी वैसा ही करना पड़ेगा जैसे हम कहेंगे†अब मेरे सामने भी कुछ ऑप्षन नही था क्यूंकी मेरी नंगी तस्वीरे उनके पास थी पर मई उनको माना ही कर रही थी. पर वो मानने वेल नही थे राकेश ने अपनी पंत उतेरी और शर्ट भी निकालकर पूरा नंगा हो गया. उसका लॅंड आकाश के लॅंड से बड़ा था. वो मेरे पास आया मई बैठी थी वो बारबर मेरे

सामने आया उसका लॅंड मेरे आँखो के सामने आया मई कुछ कर नही पा रही थी क्यूंकी समीर ने मूज़े पकड़ा हुआ था और मेरे हाट भी बँधे हुए थे. उसके लॅंड से बोहट बदबू अराही थी शायद वो तिकसे अपना लॅंड सॉफ नही करता होगा. उसने उसके लॅंड को मेरे मूह से एकदम टच करके रखा और कहने लगा “टीचर जी इसको अपने मूह मई ले लीजिए†मैने माना किया तो उसने मेरी नाक दबा दी और मेरी साँस बंद होने के कारण मेरा मूह अपने आप खुल गया.

मि पहली बार किसीका लैंड अपने मुँह मई ले रही थी. मुझे मुँह मई लेना पसंद नहीं था और उपरसे उसके लैंड की बदबू मेरे नाक मई घुस रही थी मुझे उलटिसि आरही थी. उसने उसका लैंड पूरा अंदर दाल दिया और मुझे चूसने को कहा मई कुछ नहीं कर प् रही थी. उसके लैंड की टास्ते मेरे मुँह को लग रही थी नामकिंसी टास्ते थी.वो उसे अंदर डालता और थोड़ा बहार निकल कर फिर अंदर दाल देता.जैसे वो मेरा मुँह छोड़ रहा हो ये सब होते हुए देकर मेरा धीरज टूटने लगा था मुझे ऐसा लग रहा था की अब इनको न करने से कोई फायदा तो नहीं ये तो जो चाहते वो करके रहेंगे अगर मैंने कुछ मन किया तो वो उल्टा मेरी क्लिप किसीको दिखाएंगे और मई किसीको मुँह देखने के लायक नहीं रहूंगी. इसलिए मई जो वो चाहते वो करने लगी. मई उसका लैंड धीरे धीरे नचाहकर भी चूसने लगी. इतनी देर मई संध्या और आकाश की चुदाई ख़त्म को गयी टी संध्या के छूट से खून बाह रहा था और वो बोहत रो रही थी.

उसकी हालत बोहट खराब थी. ये देखकर आकाश ने कहा “ अर्रे यार इसकी हालत तो पहले ही रौंद मई खराब हो गयी है अगर इसको और और एक बार करूँगा तो मार जाएगी अब तो ये किसी काम की नही है अब तुम्हे तो टीचर से ही काम चलना पड़ेगा वैसे भी टीचर बूरी भी नही है संध्या को हम छोड़ देते है†“राकेश को भी ये ठीक लगा और मेरे मूह मई लॅंड डालके ही आकाश से कहने लगा “ठीक है यार वैसे भी वो नही तो ये सही ये भी कोई

कम नही है मस्त माल है साली रात मई बोहट बार सपने मई आती है.†और वो हासणे लगे फिर आकाश ने संध्या को कहा “ ये देख साली कुट्टी हम तुज़े चोद रहे पर खबरदार किसिको कुछ बताया तुम्हारी क्लिप हमारे पास है और तेरी चुदाई की भी क्लिप हुँने बनाई है अगर कोई उल्टी सीधी हहारकत करने की कोशिश की तो उसका म्‍मस बनके सारे दुनिया मई फैल्ौँगा.†संध्या ये सुनकर थोड़ी खुश हो गयी की उसको छोड़ दिया है और कहने

लगी “थॅंक योउ मई किसिको कुछ नही कहूँगी प्लीज़ किसिको कुछ कहना भी नही मेरे बारे मई. मई भी किसिको कुछ नही बतौँगी ये बात राज रहेगी मई अब जाऊ क्या?†और आकाश ने उसे जाने को कहा. तब मूज़े अहसास हुआ की दुनिया कितनी मतलबी होती है जब वो तकलीफ़ मई थी तो मैने उसका साथ दिया और उसका साथ देने कारण मई तकलीफ़ मई आगाई और मूज़े जब उसकी ज़रूरत है तो वो चुपचाप नकालने लगी थी और किसिको कुछ नही बताएगी ये प्रॉमिस भी उनको करके चली गयी.

अब हम चार लोग थे उधर संध्या तो भाग निकली मूज़े उसपे बोहट गुस्सा अरहा था. राकेश मेरे मूह को छोड़ रहा था और मई आधी नंगी उसके लॅंड को चूस रही थी मूज़े घिन आते हुए भी मई उसके लॅंड को चूस रही थी. और समीर मेरी वीडियो निकल रहा था. फिर राकेशने उसका लॅंड मेरे मूह से निकाला और मूज़े खड़ा किया उन्होने मेरे हाट खोल दिए पर वो थोड़ी ही देर के लिए थे.

उन्होने मूज़े वाहा नज़दीक के एक छोटा पैड था उसपे हाट रखकर झुकने को कहा मई भी वैसे ही करने लगी जो वो लोग चाहते थे. फिर उन्होने मेरे हाट फिरसे बाँध दिए. मई उस पैइडसे हाट का सहारा लेकर किसी उट की तरह खड़ी थी मेरी पीठ समीर के तरफ थी. समीर भी नंगा हो चक्का था. उसने मेरी सॅडी उपर कमर तक कर दी. और कहने लगा “साली टीचर आप कुछ भी कहो आप काली हो लेकिन आप बोहट सेक्सी हो पता नही आपको देखकर साला लॅंड झतसे क्खड़ा होता है.â€

वो तीनो हासणे लगे फिर उसने मेरी पनटी को नीचे किया और मेरी छूट को हाट से सहलाने लगा बस यही करना था मेरे अंदर चुलबुलिसी हुई और मेरी छूट गीली हो गयी ये सब देख कर समीर ने कहा “ देखो यारो टीचर भी मस्ती मई आगाई है साली गीली हो चुकी है.â€ये सही था की मई गीली हो गयी थी पर मई उनका साथ नही देना चाहती थी. उसने मेरे छूट के अंदर दो उंगलिया डाली और उसे अंदर बाहर करने लगा मई थोड़ी रोने लगी थी मूज़े बोहट घिन

अराही थी मई पहली बार किसी दूसरे मर्द के साथ थी और वो भी मेरे स्टूडेंट्स जो की मेरे उमर से आधे है. मई सोच रही थी की शायद संध्या मेरी मदात करे और किसिको यहा पर लेके आए पर वो अब आने नही वाली थी वो छूट गयी और मूज़े फसके चली गयी. फिर समीर ने कहा “टीचर मैने आज तक किसीकि गंद नही मारी कोई गंद ही नही मरने देती आज मौका मिला है और आपकी गंद भी बोहट सेक्सी है बोहट मज़ा आएगा†ये कहने से पहले ही उसने मेरे गंद मई अपना लॅंड डाल दिया.

मूज़े भी गंद मारना अच्छा लगता था मेरे पति ज़्यादा तार मेरी गंद ही मरते है इसके वजसे मेरी गंद का छेड़ बड़ा था और समीर का छोटा लॅंड बोहट आस आनिस अंदर चला गया पर दर्द तो हो रहा था क्यूंकी वो पूरा अंदर तक जा रहा था. वो जैसे घोड़ा घोड़ी को छोड़ता है वैसे मूज़े छोड़ रहा था. उसमे बोहट तकड़ थी उसके हर धक्के से मई पूरी हिल जाती थी. वो साथ मेरे दोनो बूब्स भी दबा रहा था.

मेरे बूब्स ज़्यादा बड़े नही थे इसलिए उसके हाट मई भी बराबर बैठ रहे थे.वो बोहट तेजिसे मेरी गंद को छोड़ रहा था. बीच बीच मई वो मेरे हिप्स पे थप्पड़ भी मार ता था जिससे बोहट दर्द होता था. फिर आकाश ने मेरे हाट खोल दिए शायद उन्हे एहसास अभी मई कही भाग के नही जाने वाली हूँ. वो तीनो पुर नंगे थे और मई आधी नंगी समीर मेरी गंद मारे जा रहा था आकाश नीचे लेता था उसने मूज़े उसके पैरो के सामने आने

को कहा मई भी डारी थी मई उसके पैरो के बीच आई फिर उसने मेरा सर उसके लॅंड के पास लाया और मूज़े उसका लॅंड चूसने को कहा मई उसका लॅंड चूसने लगी और समीर मेरी पीछेसे गंद मार रहा था. मई जैसे कोई अडल्ट फिल्म के हेरोयिन जैसे उंतीनो के साथ सेक्स कर रही थी ऐसा मूज़े लग रहा था. अस्कोक के लॅंड पे तोडसा वीर्या बाकी था जो उसके लॅंड पे था जब मैने उसको अंदर अपने मूह मई डाल दिया तो मूज़े उसकी टेस्ट लगी. उधर समीर ने अपनी

स्पीड बधाई और बोहट ज़ोर्से करने लगा इतनी ज़ोर तक मूज़े किसीने नही छोड़ा था. कुछ ही देर मई समीर ख़त्म हो गया. और मुज़से अलग हुआ मेरे मूह मई अभीतक अस्कोक का लॅंड था. मई उसे चूस रही थी. जैसे ही समीर हटा तो बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा राकेश मेरे पीछे आया और सीधी उसका लॅंड मेरे छूट मई चला गया अब मेरी छूट की बारी थी राकेश का लॅंड उन तीनो मई सबसे बड़ा और मोटा था. मेरी छूट पहले से ही गीली थी वो आरामसे मूज़े छोड़ रहा था.

उसने मेरी सॅडी निकल दी मूज़े उसने पूरा नंगा किया और छोड़ रहा था. वो भी समीर की तरह मूज़े बीच बीच मई हिप्पस पर थप्पड़ मार रहा था थप्पड़ खा खा कर मेरे हिप्पस लाल हो चुके थे. मेरी छूट पूरी तरह गीली हो गयी थी और राकेश का लॅंड जब अंदर बाहर हो रहा था तब मेरे श्यूट्स पिच पिच ऐसी आवाज़ अराही थी.उधर आकाश लॅंड पूरा खड़ा हो गया था. वो भी अगेसे मेरे मूह को छोड़ रहा मेरी साँस अटक रही थी.

राकेश का भी पानी निकला और वो भी साइट मई हो गया अब मूज़े लगा मई छूट गयी पर अब आकाश का जो खड़ा हो गया था उसे वो शांत करवाना था पर उनके पास के सारे कॉंडम ख़त्म हो गये थे. पर आकाश को मूज़े छोड़ना ही था. मेरी हालत दोनो के चुदाई से पहले ही खराब हो गयी थी मेरे बाल सब छूट गये थे शरीर सब पसीना पसीना था और शरीर पे एक भी कपड़ा नही. तब आकाश ने मूज़े बिना कॉंडम के छोड़ने का प्लान बनाया.

पर मई राज़ी नही थी लेकिन मेरी कोई थोड़ी सुनने वाला था उन्होने मूज़े ब्लॅकमेल किया और उनकी फिरसे जीत हो गयी. आकाश ने मूज़े नीचे ज़मीन पे लिटा दिया और मेरी दोनो टॅंगो के बीच आया और मेरी छूट पर अपना लॅंड रखा और शूरू हो गया चुदाई के वक़्त साथ मई मेरे बूब्स भी चूस रहा था. उसके चुदाई मई मूज़े मज़ा अरहा था पता नही मेरे हाट अपने आप आकाश के पीठ को सहलाने लगे और मेरी कमर उसको साथ देने लगी थी.

मेरी छूट तो गीली थी और भी उत्तेजनसे गीली हो गयी थी मई उनका साथ नही देना चाहती पर मई अपना सायं खो बैठी थी. मेने उसके ओँतो पे अपने ओंठ रखे और उसको चूमने लगी उसे भी मूज़े चोने मज़ा अरहा था. ये सब देखकर राकेश कहने लगा “आकाश तेरा लॅंड टीचर को पसंद आया पता नही हुमारे लॅंड मई क्या खराबी है जो ह्यूम साथ नही दे रही थी अब देख तो कैसे तुज़े चूम रही है.

मैने उनकी तरफ देखा तो क्या समीर कामेरसे हमारी वीडियो निकल रहा था. और अपने एक हाटसे खुद का लॅंड हिला रहा था. आकाश बीच मई रुक गया और उसने अपना लॅंड बाहर निकाला और मेरे पैरो को उपर उठाया और मेरी गंद पे अपना लॅंड रखा और अंदर डाल दिया. उसने मेरे हातो को अपने हाटसे पकड़ा और मेरी गंद मरने लगा. उसने मेरे हाट ऐसे ज़ोर्से पकड़े थे की मेरी दो चूड़िया टूट गयी.

शायद उसको मेरी गंद मरने इतना मज़ा नही आया तो उसने फिर मेरी छूट छोड़ना शूरू की. उसका लॅंड बोहट गरम हो गया था जोरोसे अंदर बाहर कर रहा था मेरे शरीर को उसके धक्के सहे नही जा रहे थे. मई पूरी हिल रही थी और इसके साथ मेरे बूब्स भी हिल रहे थे. हमारे चुदाई एकदम रंग मई थी तभी आकाश मेरी छूट मई की अपना वीर्या डालके शांत हो गया.

और मेरे उपर वैसे ही पड़ा रहा. मैने उसे एक साइट किया और उठ गयी. और कपड़े पहन ने लगी तो राकेश आया और कहा “अभी नही टीचर अब तो हम दोनो के भी एक एक रौंद बाकी है अभी तो आप ज़रा जोश मई आई है ऐसे कैसे छोड़ेंगे आपको†फिर क्या फिर राकेश ने मूज़े बहो मई लिया और मेरी चुतमे अपना लॅंड डालके छोड़ने लगा उसने भी आकाश की तरह अपना वीर्या मेरी छूट मई ही डाल दिया अब समीर की बारी थी उसने भी मेरी छूट की खूब

चुदाई की और दोनो की तरह मेरी छूट वीर्या से भर दी.मई उन तीनो के वीर्या से पूरी भर गयी थी. उन तीनो ने कपड़े पहनने शूरू कर दिए तो मैने भी कपड़े पहन लिए तोड़ा हुलिया सही करके मई होटेल की तरफ चली आई इस बार उन्हे कुछ कहने की ज़रूरत नही थी की किसिको बताना मत अगर मई कुछ किसिको बाटोंगी तो मेरी ही बदनामी होने वाली थी और उपर से उनके पास मेरी सेक्स क्लिप थी जो उन्होने मूज़े छोड़ते समय निकली थी.

मूज़े रोना तो अरहा था पर मई रो भी नही पा रही थी मूज़े अभी तक उनके हातो का स्पर्श मेरे शरीर से हो रहा है ऐसे अहसास हो रहा था. मूज़े अभी तक यकीन नही अरहा था की मेरे खुद के स्टूडेंट्स मेरा बलात्कार किया और मई फिर भी कुछ नही कर सकती. मई वॉश रू, ,आई गयी और हाट मूह धोकर बिस्तर पे लेट गयी. रात के 3 बाज चुके थे सब सोए थे चार घंटे कैसे गये पता नही चला संध्या भी वाहा ही थी वो गहरी नींद मई सोई थी.

पर मूज़े नींद नही अराही थी लेकिन चुदाई की थकावट से मेरी आँख लग गयी और मई सुबह ही उठी. सब लोग टायर हो रहे थे. मैने संध्या को देखा तो वो मुज़से नज़ारे मिलने से दर रही थी और मई भी उससे नज़ारे मिलने से दर रही थी. उसे मेरा और उसका राज़ मूज़े पता था. हम सब नहा कर बाहर निकले और सब लोग एक जगह इकहट्टे हो गये तो वो तीनो मूज़े बार बार मोबाइल दिखके अहसास दिला रहे थे की मेरा सीक्रेट उनके पास है. उसके बाद हम

घूमने चले गये दोपहर मई मई अकेली बैठी और तभी राकेश वाहा आया और मेरे कानो मई कहा की “टीचर आज फिर कल वाली जगह अजना बड़े मज़े करेंगे अगर नही आई तो आपको तो पता ही है की क्या होगा. तब मई सम्ज़ गयी की अब मई इनलोगोसे छूटने वाली नही हूँ इनका जब मौका मिलेगा ये मूज़े इस्तेमाल करेंगे.

रात को हम वापस आए और फिर जब रात ए 11 बजे तो मई कल की जगह आई. और उन्होने मेरी जी भर के चुदाई की पर इस बार उन्होने मेरी बिना कॉंडम ही चुदाई करना पसंद किया. और उन्होने मूज़े ही बुलाया था संध्या को नही. एक बार तो उन्होने ने मूज़े साथ मई छोड़ा मेरे छूट मई दोनो ने एक साथ लॅंड दल दिए और मेरी चुदाई की. अब मई भी उनका तोड़ा बोहट साथ दे रही थी क्यूंकी मेरे पास दूसरा रास्ता ही नही था.


फिर जब हम पिक्निक से वापस आए तो सात दिन के अंदर ही उनकी प्यास जागी और फिर उन्होने एक जगह बुलाया और मूज़े छोड़ा तबसे मई जैसे उनकी कल्लगिर्ल ही हो गयी हो जब वो बुलाते मई जाती. और उपारसे वो कभी मेरे साथ कॉंडम उसे नही करते. इसके वजःसे अब प्रेग्नेंट हो गयी हूँ और मूज़े ये दर सता जा रहा है अगर मेरे पति को मालूम पड़ा तो वो मूज़े जिंदा नही

छोड़ेंगेमेरे पति को तो लगता है मेरे पायट मई पालने वाला बच्चा उनका है पर मई जानती हूँ के उनका नही है. मेरे समाज़ मई ये नही अरहा है की मई उनको सब सच बतौ या जो चल रहा है वो सब ऐसे ही चलने दो.