ज़ोहार ने अपने सेक्स की प्यास बाप से मिताई – 2 • Kamukta Sex Stories

ज़ोहार ने अपने सेक्स की प्यास बाप से मिताई – 2

ज़ोहार ने अपने सेक्स की प्यास बाप से मिताई – 1

मैं : ऊओ..पापा…दर्द तो ऊपर बदता जेया रहा पापा : बेटी हिम्मत से काम ले….तेल ख़तम हो गया है…मैं और गरम करके लता हूँ तेल तो ठंडा हो जाएगा….पर बाप बेटी तो गरम हो रहे तह पापा : मैं और तेल ले आया…..भावना यह काम तेरी मम्मी को करना चाहिए….. मैं : ठीक है तो आप चोर्ड़ो…..दर्द थोड़ी देर से ही सही पर अपने आप ही ठीक हो जाएगा पापा : नहीं, कभी कभी बाप को ही मा का धर्म निभाना पड़ता है….चल बता कहाँ लगाना है मैं : पापा, दर्द दूसरी टाँग में भी हो रहा है….आप दोनो टाँगों पर लगा दो पापा मेरी दोनो टाँगों के बीच में बैठ गये और तेल लगाने लगे मैं : पापा घुटनो पर भी लगा दो पापा : बेटी तेल लगने से तेरे यह नये कपड़े तो खराब नहीं होंगे मैं : हो सकता है…..मैं तोड़ा ऊपर कर लेती हूँ मैने मॅक्सी थाइस तक ऊपर कर ली…………अब मेरी नीस ऊपर..टाँगें खुलीं….मॅक्सी थाइस तक…और पापा मेरी टाँगों के बीच में….मेरी छूट उनके फेस के सीध में… मैं : पापा, आप तेल बहुत अच्छा लगते हो……कुछ कुछ आराम मिल रहा है पापा : तेरी मम्मी की भी दर्द होती है तो मैं ही लगता हूँ…..इसलिए मुझे तजुर्बा हो गया है मैं : अच्छा…पापा अब मैं पेट के बाल (वित स्टमक टुवर्ड्स फ्लोर) लेट जाती हूँ और आप टाँगों के पिछले भाग पर भी अच्छी तरह तेल लगा दो मैं पेट के बाल लेट गयी….मैने मॅक्सी तोड़ा और कर लिया….अब मॅक्सी मेरी हिप्स तका आ गयी थी….मेरा मकसद अपने बाप को अपनी फ्लेशी हिप्स धीखाने का था……मेरी टाँगें तो एक तरह से पूरी एक्सपोज़्ड थी… मैने तोड़ा सा मूड कर देखा तो पापा मेरी हिप्स को देख रहे तह……..हलकी मेरी हिप्स अभी एक्सपोज़्ड नहीं थी…. मैं : एक बात बोलू……इस वक़्त आप मेरी मम्मी हो ना पापा : हन मैं : पहले मम्मी मरेई सरसों के तेल से मालिश किया करती थी, इसलिए मेरी हड़ियाँ मज़बूत थी, अब नहीं करती तो हड़ियाँ नाज़ुक हो गयी हैं
पापा : हो सकता है……….मालिश तो करनी ही छाईए मैं : तो अगर आपको कोई दिक्कत नहीं है तो आप मेरी मालिश ही .……..अगर आपको कोई . नहीं है तो, वरना मैं अब चार . बाद . तो मम्मी से . . पापा : अब तू चार . बाद .………….इस वक़्त मैं तेरी मम्मी हूँ…कर तो देता हूँ….लेकिन तू किसी को . मत……अपनी मम्मी को भी नहीं मैं : कभी नहीं .… पापा : फिर मैं तेल और ले आता हूँ अब बात . रही थी…… . नहीं जेया रही थी……लेकिन मुझे अब भी लग रहा था की पापा की . अब भी सॉफ है…..मुझे लग रहा था की उनके लिए . का मतलब सिर्फ़ . ही है और कुछ नहीं…खेर अब मैं फिरसे . लेट गयी (पीठ के .)….. मॅक्सी और ऊपर करली…..कच्ची तक…. पापा तेल लेकर आ गये पापा : चल बेटी…..लगता है आज सारा तेल . में लग जाएगा मैं . लेती हुई थी……मॅक्सी कच्ची तक छड़ी हुई.

मैं : पापा , मालिश तोड़ा . के कर्मा……जैसे मम्मी करती हैं पापा मेरी टाँगों की मालिश कर रहे तह मैं : पापा मैने शहर में टीवी देखा पापा : अच्छा…. फ़िल्मे देखी मैं : . क्या क्या . हैं मैं बता नहीं सकती पापा : ऐसा क्या दिखाते हैं मैं : टाँगें बाद में कर लेना…पहले ऊपर का भाग कर लो पापा : ठीक है मैं : मैं कपड़े ऊपर करूँ तो आपको कोई दिक्कत तो नहीं है……आप एक . करो…आप आँखें बंद . मैं अपने कपड़े ऊपर . हूँ पापा : हन, यह ठीक है….इस तरह बाप बेटी में . भी . . फुट ! मैने अपनी मॅक्सी अपने . (नेक) तक .….अब मैं अपने पापा के सामने एक तरह से सिर्फ़ ब्रा और कच्ची मैं थी मैं : अब आप तेल की . को मेरे . . रख दो और ऊपर . मेरे पेट मालिश करो…जैसे मम्मी करती हैं पापा ने तेल की . एक . में रखी….और . . में मेरे ऊपर आ गये…एक हाथ ज़मीन पर रखा . के लिए और दूसरे हाथ से मेरे पेट पर तेल लगाने लगे…..अब वो मेरे सामने नहीं बल्कि ऊपर तह इसलिए हम . फेस तो फेस तह….मैं : हन पापा..तो मैं . रही थी की जो . टीवी पर . हैं वो आपने पहले कभी नहीं . होंगी पापा : ऐसा क्या है ? मैं : लेकिन मैं नहीं मानती की वो . है पापा : क्या नहीं मानती ? मैं : वो . हैं की……….नहीं मैं वो बोल नहीं सकती पापा : बता ना..ऐसा क्या है ? मैं : नहीं…कैसे बोलू…..नहीं बोल सकती… पापा : ऐसा क्या है जो तू बोल नहीं सकती ? मैं : मैं तो कभी . भी नहीं सकती की . भी होता होगा ? पापा : क्या होता होगा ? मैं : करके .…..पर आप बुरा तो ना . ? पापा : नहीं .. मैं : तो फिर अपना . . लाओ मैने पापा का फेस अपनी तरफ किया और उनके होतों पर किस कर दिया….पापा ने आँखें खोल ली…. मैं : पापा आपने कहा था की आप बुरा नहीं . पापा : मुझे याद है मैं :मालिश क्यों . दी….वो तो करते रहो पापा : क्या टीवी पर यह . हैं मैं : हन पापा….आप ही . , क्या लड़का लड़की एक दूसरे से . (.) . हैं ? पापा : मैने तो नहीं . मैं : टीवी में तो लड़का लड़की ऐसे . . हैं जैसे . से . की मालिश कर रहे हो………………पापा यह आप मालिश कर रहो हो या सिर्फ़ हाथ फेर रहे हो……अच्छी तरह करो….आप तो मेरे कपड़ो पर भी तेल लगा रहे हो……एक काम करो……………..आँखें खोल लो.. पापा : आँखें तो खोल लेता हूँ लेकिन तुम किसी को . . मैं : कहा ना…कभी नहीं . अब पापा ने आँखें खोल ली और उनकी . बेटी . फुल्ली . उनके सामने . मालिश . हुई…….अपनी बेटी का बदन देखते ही वो तोड़ा शर्मा गये… मैं : थोड़े . . हाथ .……………टीवी पर तो लड़का लड़की की . से इतनी अच्छी मालिश कर रहा था और आप तो हाथों से भी अच्छी नहीं कर रहे… पापा : नहीं ऐसी बात नहीं है…..अब मैं . के करता हूँ पापा ने लूँगी और . . हुई थी मैं : पापा देखो ना, आपकी . पर तेल लग रहा है, यह खराब ना हो जाए…… . दो पापा : ठीक है.. . पापा ने . उतार दी….अब मेरी मॅक्सी मेरे ब्रा से ऊपर थी, पापा सिर्फ़ लूँगी में तह और मेरे ऊपर . कर मेरे पेट की मालिश कर रहे तह मैं : पापा…. से . . तो मैने पहली बार . ही…लेकिन इससे बड़ी . भी .….जो मैं नहीं मानती की . में होता होगा पापा : अच्छा…क्या देखा मैं : बता नहीं सकती….अपना . . लाओ पापा का फेस अपने हाथों में . मैं फिरसे पापा के . पे किस करने लगी….कुछ देर तक हमारे हनोट ऐसे ही एक दूसरे से . रहे…फिर पापा ने कहा

पापा : पर यह तो तू . . है मैं : हन यह तो . . हूँ….अब जो करना है वो करने में तोड़ा सा अजीब लग रहा है…….चलो करती हूँ…लाओ अपने हनोट . फिरसे किस शुरू की. अब मैने . जीभ (.) पापा के . पर . और पापा के . (मौत) के अंदर . .……पापा ने हल्के से अपना . खोल दिया…तो मैने . जीभ पापा के . में डाल डी…. मैं पापा की जीभ को . लगी……अब पापा भी . जीभ मेरी जीभ पर . लगे…उन्होने . जीभ मेरे . (.) पर .…कुछ देर एक दूसरे की जीभ चूसने के बाद पापा ने अपना फेस ऊपर किया…. मैं : पापा, अच्छा लगा पापा : मैने तो यह सब पहली बार .…..मेरा मतलब पहली बार . है मैं : तो मैं . रोज़ करती हूँ…मैने भी पहली बार किया, पापा एक बात .….. जीभ है . . पापा : अच्छा…..

मैं : मेरी जीभ का . आपको . लगा? पापा : .…. मैं : याद नहीं तो फिर . (.) कर देख लो मैने पापा का फेस . कर . तरफ लिया और . जीभ बाहर निकल डी…पापा मेरी जीभ को चाट-ने लगे…………इस . मैने तेल की . से तोड़ा तेल लिया . पापा की पीठ . लगाने लगी.कुछ देर तक . के बाद पापा अलग हुए.. मैं : पापा, अब तो . . है मेरी जीभ का . पापा : . है………पर तू यह सब किसी से . मत मैं : बिल्कुल नहीं…पापा मैं . मॅक्सी . ही देती हूँ मैने . मॅक्सी उतार डी….अब मैं सिर्फ़ ब्रा-पनटी में थी और पापा सिर्फ़ लूँगी में… मैं : पापा..अब आप मेरी पीठ (.) की . करो यह . कर मैं पेट (स्टमक) के बाल लेट गयी. पापा के सामने मेरी नंगी पीठ और मेरी हिप्स थी. पापा मेरी पीठ की मालिश करने लगे

मैं : मेरे . (हिप्स) पर . तेल….. . कर करो मालिश… पापा मेरे हिप्स पर तेल लगाने लगे…मेरी हिप्स उमर के . से बड़ी हैं मैं : पापा, आप मम्मी के . (हिप्स) पर भी मालिश करते हो पापा : हन…लेकिन अब तो उसकी मालिश किए . . साल हो गये पापा मेरी हिप्स की मालिश बहुत . . के कर रहे तह………मुझे . था की अब तक पापा का . . तरह . हो . था…. मैं : पापा, चलो अब आप तोड़ा . .…. देर से मालिश कर रहे हो…कुछ देर मैं आपकी मालिश कर देती हूँ अब पापा लेट गये और मैं उनके ऊपर आ गयी…मैने हाथ में तेल . और उनकी छाती पर लगाने लगी….पापा की . मेरे बदन पे थी…….उनकी जवान बेटी ब्रा पनटी में उनकी मालिश कर रही थी मैं : पापा आप . लूँगी . दो तो मैं आपकी टाँगों की भी मालिश कर . मैं . थी की पापा का . . होगा पापा : नहीं बेटी…..मुझे तो मालिश की . ही नहीं…तू ऊपर से ही कर ले

मैं : क्यूँ पापा…आज आपने कच्चा (अंडरवेर) नहीं पहना पापा : पहना है..लेकिन मुझे मालिश की ज़रूरत नहीं.. मैं पापा के ऊपर डॉग्गी स्टाइल में थी…उनकी छाती पर तेल लगा रही थी.. मैं झाँ मूझ कर स्लिप कर गयी और पापा के ऊपर आ पड़ी…..हम दोनो के नंगे जिस्म कॉंटॅक्ट में आ गये…अब मैं पापा के ऊपर लेती हुई थी…मेरे ब्रेस्ट पापा की छाती से सटे हुए तह मैं : ओह…. पापा : क्या हुआ मैं : पापा वो हाथ चिकने हैं ना इसलिए फिसल गये और मैं आपके ऊपर आ पड़ी….मैं तोड़ा तक गयी हूँ…थोड़ी देर ऐसे ही रहो पापा : मेरी छाती पर तेल लगा है…तेरा कपड़ा (ब्रा) खराब हो जाएगा मैं : अब तो हो ही गया…जाने दो…..लेकिन आपके हाथ खाली हैं..आप मेरी पीठ के मालिश कर सकते हो अब पापा लेते हुए तह, मैं पापा के ऊपर, अपने ब्रेस्ट पापा की छाती पर दबाए, और पापा के हाथ मेरी पीठ पर तेल माल रहे तह…दोनो में गर्मी बदती जेया रही थी…हम दोनो के नंगे पेट एक दूसरे से सटे हुए तह मैं : ऊहह…पापा….मेरी मालिश करो…अच्छी तरह…. पापा : ज़ोहरा क्या हम ठीक कर रहे हैं..?….एक बाप बेटी ऐसे करते हैं.. मैं : (धीरे आवाज़ में) कैसे… आपके ऊपर आ पड़ी….मैं तोड़ा तक गयी हूँ…थोड़ी देर ऐसे ही रहो पापा : मेरी छाती पर तेल लगा है…तेरा कपड़ा (ब्रा) खराब हो जाएगा मैं : अब तो हो ही गया…जाने दो…..लेकिन आपके हाथ खाली हैं..आप मेरी पीठ के मालिश कर सकते हो अब पापा लेते हुए तह, मैं पापा के ऊपर, अपने ब्रेस्ट पापा की छाती पर दबाए, और पापा के हाथ मेरी पीठ पर तेल माल रहे तह…दोनो में गर्मी बदती जेया रही थी…हम दोनो के नंगे पेट एक दूसरे से सटे हुए तह मैं : ऊहह…पापा….मेरी मालिश करो…अच्छी तरह…. पापा : ज़ोहरा क्या हम ठीक कर रहे हैं..?….एक बाप बेटी ऐसे करते हैं.. मैं : (धीरे आवाज़ में) कैसे…

पापा : जैसे तू और मैं कपड़ों के बिना एक दूसरे से चिपके हुए हैं.. मैं : कपड़े पहेने तो हैं…मैने ब्रा और कच्ची और आपने लूँगी…..बचपन में तो आपने मुझे बिल्कुल नंगा देखा होगा.. मैं अपने बूब्स पापा की छाती पे रगड़ने लगी… पापा : बचपन की बात और थी…अब तू जवान है मैं : पापा…क्या आपको मेरा जिस्म अच्छा लगा.?… पापा : पर मैं तेरा बाप हूँ.. मैं : हम जो भी करेंगे मैं किसी से ना कहूँगी…..हम तोड़ा सा ही करेंगे…अब बताओ आपको मेरा जिस्म अच्छा लगा ?… पापा : हन….सच कहूँ तो तेरे कूल्हे (हिप्स) बहुत आकर्षक हैं… यह कह कर पापा मेरे हिप्स को प्रेस करने लगे मैं : ऊऊ…पापा…बदन से बदन की मालिश का मज़ा ही कुछ और है…मेरे कूल्हों को दब्ाओ….

पापा : ऊओह…ज़ोहरा…तेरे कूल्हे तो तेरी मा से भी ज़्यादा अच्छे हैं…. मैं : पापा….आप मेरे ऊपर आ जाओ पापा मेरे ऊपर आ गये और मेरी गर्दन (नेक) तो चूमने लगे मैं : ऊऊओ….पापा…..ई लॉव योउ सो मच….मैं आपसे कितना प्यार करती हूँ यह आप नहीं जानते…….चूमओ…अपनी बेटी को चूमओ पापा : ज़ोहरा….तेरे बदन ने मुझे पागल कर दिया है… मैं : आपकी मालिश ने मुझे भी पागल कर दिया है……. पापा का एक हाथ मेरे बूब पर गया और उससे हल्का हल्का दबाने लगे….वह मेरी गर्दन और मेरा चेहरा चूमते जेया रहे तह….. मैं : पाप्पाआ….ऊओ….आपके चुंबन मुझे पागल कर देंगे……यह आपका एक हाथ मेरी छाती पर क्यूँ है….क्या करोगे उसका पापा : जी चाहता है तेरी छाती को मसल डून.. मैं : ओईमा….जो कर्मा है कर लो…..मेरी छातियाँ मेरे पापा के काम नहीं तो किसके काम आएँगी…..

यह ब्रा बाप बेटी के बीच में आ रहा है…..निकाल दो इस-ए….कर दो मेरे संतरों (ऑरंजस) को आज़ाद.. पापा ने मेरा ब्रा निकाल दिया……वो मेरी छाती को देखते ही पागल से हो गये….दोनो हाथों से दोनो बूब्स को दबाने लगे… पापा : भावना….तेरी छातियाँ संतरे नहीं..नारियल (कोकनट) हैं….कितने बड़े और भरे भरे मैं : ऊहह….दबाते रहो…कितना मज़ा आ रहा है….मैने अपने नारियलों मैं आपके लिए बहुत सारा पानी भरा हुआ है…….पियो ना अपनी बेटी का नारियल पानी…. यह कहने की देर थी के पापा ने मेरे स्टन (बूब) अपने मूह (मौत) में ले लिए और चूऊसने लगे.. मैं : उउंम्म….आअहह….ऊऊ…छ्ूऊऊऊऊऊऊऊऊस..ऊ……मेर ए अच्छे पापा….दूत पियो मेरा….. पापा और ज़ोर से मेरे स्टन चूऊसने लगे..बीच बीच में मेरे निपल्स को अपने दातों (टीत) से काट रहे तह………….जब भी वह मेरे निप्स (निपल्स) को काट – टे , मेरी जान निकल जाती..लेकिन मज़ा आ रहा था.. मैं : ऊओमाा….सारा दूत पी जाओ मेरा….खाली कर दो मेरे दूत के कटोरे….मैं आपकी मा हूँ